बागेश्वर: जनपद में आतंक के पर्याय बने गुलदार को आखिर कर विभाग ने पकड़ लिया है. वन विभाग की टीम ने बागेश्वर जिले के धरमघर रेंज के कांडा तहसील क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुके गुलदार को ट्रेंकुलाइज किया. जिसके बाद वन विभाग व ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है. बीते दिन गुलदार ने ओलनी गांव में तीन साल की मासूम योगिता उप्रेती को अपना निवाला बनाया था. उसके बाद वन विभाग की टीम क्षेत्र में गश्त कर रही थी.
आतंक का पर्याय बने गुलदार को किया ट्रेंकुलाइज, 3 साल की मासूम को बनाया था निवाला - LEOPARD TRANQUILIZED IN BAGESHWAR
आतंक का पर्याय बन चुके गुलदार को वन विभाग की टीम ने ट्रेंकुलाइज कर लिया है. जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली.
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Oct 20, 2024, 10:44 AM IST
कांडा के ओलनी गांव में डॉ. हिमांशु पांगती ने तेंदुए को ट्रेंकुलाइज किया. तीन दिन से वन विभाग की टीम गुलदार को पकड़ने के लिए दिन-रात कार्य कर रही थी, लेकिन गुलदार वन विभाग की टीम के चुंगल में नहीं आ पा रहा था. बीते दिन गुलदार ने एक मवेशी को भी मार दिया था. वन विभाग ने उसी जगह मचान तैयार किया. जैसे ही देर सायं मवेशी की लाश के समीप भोजन के लिए गुलदार आया, उसको ट्रेंकुलाइज कर दिया गया. डीएफओ ध्रुव सिंह मर्तोलिया ने बताया कि तेंदुए को ट्रेंकुलाइज कर दिया गया है.
इस दौरान रेंजर प्रदीप काण्डपाल, मनीष खाती, गौरव जोशी, आदि मौजूद थे. इधर विभाग द्वारा गुलदार को पकड़ने के बाद दहशत में जी रहे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है. बता दें कि गुलदार ने ओलनी गांव में तीन साल की मासूम को अपना निवाला बनाया था. जिसके बाद ग्रामीण खौफजदा थे. आए दिन गुलदार दिखने से लोगों का घर से बाहर निकलना दूभर हो गया था. वहीं बच्ची की मौत के बाद वन विभाग की टीम गुलदार को पकड़ने के लिए जुटी हुई थी.
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