लखनऊ :कोरोना महामारी में ऑक्सीजन के लिए मची हायतौबा ने लोगों को पेड़ों के मायने बता दिए. ऑक्सीजन के लिए पौधे लगाने ही होंगे. सिर्फ इन पौधों को लगाना ही नहीं उन्हें बचाना भी होगा. जीवन में औषधीय, फलदार और सुगंधित पौधों का होना काफी जरूरी है. यही सोचकर वन विभाग ने करोड़ों उपयोगी पौधों को एक साथ लगाने का काम किया. भविष्य में ये पौधे पेड़ के रूप में ऑक्सीजन और औषधि प्रदान करेंगे. आअए जानते हैं कि साल 2024 में वन विभाग की तरफ से सूबे के किस जिले में किस प्रजाति के कितने पौधे रोपित किए गए.
वन विभाग ने साल 2024 में साढे 36 करोड़ से ज्यादा पौधे उत्तर प्रदेश में रोपित किए. 20 जुलाई को एक दिन में इतने पौधे रोपकर विभाग ने रिकॉर्ड बना दिया. पौधे रोपते समय इस बात का पूरा ख्याल रखा गया है कि किस-किस तरह के पौधे लगाए, जिससे हमारे जीवन को भी लाभ पहुंचे, इसीलिए इन पौधों में विभिन्न प्रजाति के पौधे शामिल किए गए. ऐसे भी पौधे रोपित किए गए जो जीवन के लिए बेहद आवश्यक हैं. इन पौधों में 12.68 करोड़ औद्योगिक/इमारती, 7.43 करोड़ फलदार और 4.40 करोड़ औषधीय/सुगंधित पौधे शामिल हैं.
इन पौधों में अगर प्रजातियों की बात करें तो सागौन के 4.33 करोड़, शीशम के 4.33 करोड़, जामुन के 2.19, अर्जुन के 1.67, अमरुद के 1.74, सहजन के 0.42, आंवला के 0.95 और नीम के 0.41, बांस के 0.32 करोड़ पौधे लगाए गए हैं. इनके अलावा अन्य प्रजातियों के 20 करोड़ 15 लाख पौधे पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ जन अभियान 2024 के तहत रोपे गए हैं. भविष्य में यह पेड़ का आकार लेंगे और हमारे जीवन के लिए मददगार साबित होंगे.
इन जिलों में रोपे गए इतने करोड़ पौधे :सोनभद्र में 1.53 करोड़, झांसी 0.97 करोड़, लखीमपुर खीरी 0.95 करोड़, जालौन 0.94 करोड़ जबकि मिर्जापुर 0.93 करोड़ पौधे रोपे गए.