नई दिल्लीः दिल्ली समेत पूरे एनसीआर के लोग वायु प्रदूषण से परेशान हैं. इस साल 30 जनवरी तक केवल एक दिन कम प्रदूषण रहा. बाकी 29 दिन प्रदूषण खराब स्तर पर रहा. वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबकि, पिछले पांच साल में वर्ष 2020 के बाद वर्ष 2023 में कम प्रदूषित दिनों की संख्या ज्यादा रही. साल 2020 में लाकडाउन के कारण प्रदूषण कम हुआ था.
सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2018 में ऐसे दिन जब दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 300 से कम रहा. ऐसे दिनों की संख्या 159 थी. वर्ष 2022 में 163 दिन थे. 2023 में ऐसे कम प्रदूषित दिनों की संख्या 206 दर्ज की गई. यानी कम प्रदूषित दिनों की संख्या बढ़ी है. वहीं, 2024 में एक्यूआई 300 से 400 के बीच बना हुआ है. जनवरी 2024 में सिर्फ एक दिन एक्यूआई 300 से कम रहा. दिल्ली पोल्यूशन कंट्रोल कमीटी (डीपीसीसी) के मुताबिक दिल्ली में प्रदूषण रोकथाम के लिए रोजाना 3,428 किमी सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाता है. दिल्ली की जनकपुरी और आनंद विहार इलाका सबसे ज्यादा प्रदूषित रहता है.
पिछले कुछ दिनों का दिल्ली का एक्यूआईः
दिन | वायु गुणवत्ता सूचकांक |
30 जनवरी 2024 | 360 |
29 जनवरी | 356 |
28 जनवरी | 365 |
27 जनवरी | 257 |
26 जनवरी | 409 |
25 जनवरी | 332 |
ग्रैप के दौरान किस वर्ष कितने दिन एक्यूआई 400 से अधिक रहाःहर साल प्रदूषण की रोकथाम के लिए 15 अक्टूबर से मार्च तक के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू कर दिया जाता है. इस दौरान कई तरह की पाबंदियां रहती है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली में वर्ष 2019-20 के ग्रैप के दौरान 15 दिन एक्यूआई 400 से 450 के बीच रहा. सेवियर प्लस स्टेज (एक्यूआई 450 से अधिक) में 5 दिन प्रदूषण रहा.
वहीं, 2020-21 में 18 दिन सेवियर व 3 दिन सेवियर प्लस स्टेज में प्रदूषण रहा. 2021-22 में 16 दिन सेवियर और 3 दिन प्रदूषण सेवियर प्लस स्टेज पर रहा. वर्ष 2022-23 में 8 दिन सेवियर स्टेज पर प्रदूषण रहा. सेवियर प्लस में प्रदूषण नहीं रहा. वर्ष 2023-24 में 12 दिन सेवियर स्तर पर प्रदूषण रहा. दो दिन सेवियर प्लस स्टेज पर प्रदूषण रहा.