मोतिहारीः मोतिहारी के अलावानेपाल के जलग्रहण क्षेत्र और पूर्वी चंपारण में लगातार तीन दिनों तक हुई बारिश के कारण जिला से होकर बहने वाली विभिन्ननदियां उफान पर है. पानी के दबाब से नेपाल में फतुहा पुल के समीप लालबकेया नदी का तटबंध टूट गया. सिकरहना अनुमंडल के लगभग आधा दर्जन गांव के लोग प्रभावित हुए है. जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है.
मोतिहारी के गांव में घुसा बाढ़ का पानी: सिकरहना एसडीओ निशा ग्रेवाल खुद बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पहुंची और बाढ़ के पानी में उतरकर प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया. उनके साथ ढाका प्रखंड विकास पदाधिकारी के अलावा अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि भी रहे. सिकरहना एसडीओ ने प्रत्येक बाढ़ प्रभावित परिवार को राहत सामग्री मुहैया कराने का निर्देश दिया. गुआबारी तटबंध के अलावा लालबकेया नदी के तटबंध पर निगरानी रखी जा रही है.
गुरहेनवा रेलवे स्टेशन पर शरण: सिकरहना एसडीओ निशा ग्रेवाल ने बताया कि हीरापुर,वृत्ता टोला, महंगुआ,गुरहेनावा, विशुनपुर टोला,सपही गांव में बांध का निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में स्थलीय जांच एवम लोगों से पूछताछ से स्पष्ट हुआ कि लगभग 400-500 परिवार आंशिक रूप से और 40-50 परिवार गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं. लगभग 30 परिवार गुरहेनवा रेलवे स्टेशन पर शरण लिए हुए हैं.
"नेपाल में फतुहा पुल के समीप लालबकेया नदी का तटबंध टूट गया. इससे पांच सौ परिवार प्रभावित हुए हैं. अभियंता को तटबंध का निरीक्षण करने एवं जल रिसाव की मरमती करने का निर्देश दिया गया. गुआबारी तटबंध के अलावा लालबकेया नदी के तटबंध पर निगरानी रखी जा रही है."-निशा ग्रेवाल, सिकरहना एसडीओ
दंडाधिकारी और कर्मियों की प्रतिनियुक्ति: आवागमन की सुविधा और आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए नाव का परिचालन भी शुरू किया जा रहा है. आश्रय स्थल पर आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने के लिए दंडाधिकारी और कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है और समय समय पर जलस्तर की जांच करते हुए कड़ी निगरानी रखी जा रही है. अभी तक कहीं से कोई जानमाल की क्षति की सूचना नहीं है. स्थिति नियंत्रण में है.