दुर्ग:छत्तीसगढ़ में इन दिनों भारी बारिश हो रही है. बारिश के कारण कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं. वहीं, कुछ क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. इस बीच दुर्ग जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं. जिले के थनौद गांव में भारत माला प्रोजेक्ट में काम कर रहे मजदूर बाढ़ में फंस गए. इन मजदूरों को एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकला.
दुर्ग में जल प्रलय से हाहाकार, बाढ़ में फंसे लोगों की ऐसे बची जान - Flood in Durg
दुर्ग में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात हैं. कई गांववालों को अलर्ट किया गया है. इस बीच बाढ़ में फंसे मजदूरों का सुरक्षित रेस्क्यू किया गया.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Jul 21, 2024, 9:07 PM IST
|Updated : Jul 21, 2024, 10:18 PM IST
एनीकेट से आवाजाही बंद: दूसरी तरफ राजनांदगांव के मोंगरा जलाशय से 36 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने के कारण शिवनाथ नदी का जलस्तर बढ़ गया है. महमरा एनीकेट के उफान पर बहा रहा है. नदी का जलस्तर बढ़ने से एसडीआरएफ को अलर्ट किया गया है. वहीं, दुर्ग और महमरा दोनों तरफ के गेट को बंद कर एनीकेट से आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. साथ ही एनीकेट के आठ गेट खोल दिए गए हैं. नदी का जलस्तर बढ़ने को लेकर जिला प्रशासन ने नदी तट के गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को अलर्ट किया है. लोगों को नदी किनारे नहीं जाने और मवेशियों को घर पर ही बांधकर रखने के निर्देश दिए गए हैं.
बाढ़ प्रभावित गांवों में की गई मुनादी: इधर, शिवनाथ नदी के जलस्तर बढ़ने के कारण जिला प्रशासन ने नदी के किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी किया है. गांव के कोटवारों के माध्यम से गांव में मुनादी कराई गई है. करीब 12 से ज्यादा गांवों में प्रशासन मुनादी कराई है. पानी वाले स्थानों पर लोगों को नहीं जाने की हिदायत दी गई है.