लखनऊ :किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के क्रिटीकल केयर विभाग में तीन दिवसीय प्रिसिजन मेडिसिन एवं इंटेंसिव केयर कांफ्रेंस (पीएमआईसी) की शुरुआत बुधवार को की गई, हालांकि इसकी औपचारिक शुरुआत गुरुवार को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक करेंगे. कार्यशाला के पहले दिन विशेषज्ञों ने 'पर्सनलाइज्ड मैकेनिकल वेंटिलेशन इन आईसीयू' विषय पर मरीज को बेहतर इलाज देने के सुझाव दिए.
मरीज को इलाज देने संबंधित जानकारी साझा की :क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष, प्रो. अविनाश अग्रवाल ने बताया कि कैंसर संस्थान में निश्चेतना विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. इंदुबाला मौर्या ने आईसीयू में मैकेनिकल वेंटीलेशन की शुरूआत कैसे करें इसका बुनियादी सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया. एसजीपीजीआई में क्रिटीकल केयर मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जितेन्द्र सिंह चहर ने वेंटिलेटर पर मरीज की निगरानी कैसे करें इसकी बारीकियां बताईं. लोहिया संस्थान में पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के डॉ. हेमंत कुमार ने हाइपरसोनिक श्वसन विफलता वाले मरीज को वेंटिलेटर पर इलाज देने संबंधित जानकारी साझा की. इसके अलावा कार्यशाला में शामिल डॉ. मुस्तहसीन मलिक, डॉ. हैदर अब्बास, डॉ. अंबुज यादव, डॉ. अंकित कुमार, डॉ. सचिन कुमार, डॉ. जिया अरशद, डॉ. मधुमिता, डॉ. डीके पटेल आदि ने भी गंभीर मरीजों को इलाज देने संबंधित बारीकियों को साझा किया.
54.21 लाख लोगों को खिलाई जाएगी फाइलेरिया रोधी दवा :लोगों को फाइलेरिया बीमारी से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 10 से 28 फरवरी तक सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान चलाया जाएगा. अभियान को सफल बनाने के लिए 5400 टीमें लगाई गई हैं. टीम में शामिल कार्यकर्ता बनाए गए बूथों व लोगों के घर-घर जाकर अपने सामने फाइलेरिया रोधी दवा आइवरमेक्टिन, डाईइथाइल कार्बामाजिन और एल्बेन्डाजोल खिलाएंगे. साथ ही लोगों को इस बीमारी से बचाव को लेकर जागरूक करेंगे. यह जानकारी बुधवार को अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरएन सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि जिले की करीब 54.21 लाख आबादी को दवा खिलाने का लक्ष्य है.