देहरादून:दिल्ली के शिशु केयर अस्पताल में आग लगने से 7 नवजात बच्चों की मौत मामले पर पूरे देश में उबाल है. यहां अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को लेकर मुकदमा भी दर्ज हो चुका है. उधर, ऐसी ही एक घटना गुजरात में भी हुई है. जहां गेमिंग जोन में लगी आग के कारण 28 लोगों की जान गई है. जिसमें ज्यादातर बच्चे थे. एक तरफ राष्ट्रीय स्तर पर ऐसी घटनाओं को लेकर चिंता जाहिर की जा रही है तो वहीं उत्तराखंड दमकल विभाग भी ऐसी घटनाओं का संज्ञान लेकर सूबे के अस्पतालों, स्कूलों और गेमिंग जोन में अग्निशमन उपकरणों की स्थितियों का जायजा ले रहा है.
इस मामले में दमकल विभाग से पूरे प्रदेश के अस्पतालों की रिपोर्ट शासन स्तर पर मांगी गई है. ताकि, राज्यभर में अस्पतालों की ओर से अग्निशमन की व्यवस्थाओं को बारीकी से देखा जा सके. जानकारी के मुताबिक, अब तक प्रदेश के 128 अस्पतालों का निरीक्षण किया जा चुका है. जिसमें सबसे ज्यादा नैनीताल जिले के 44 अस्पतालों में अग्निशमन उपकरणों की जानकारी ली गई है. देहरादून में 20 अस्पतालों में अग्निशमन उपकरण की मौजूदगी पर अधिकारियों ने अस्पताल का निरीक्षण किया है.
दमकल विभाग ने 27 अप्रैल से 27 मई तक एक अभियान चलाकर अस्पतालों, स्कूलों और गेमिंग जोन क्षेत्र में अग्निशमन उपकरणों की जांच की. हालांकि, नियमों के अनुसार 500 स्क्वायर मीटर क्षेत्र से कम जगह या 15 मीटर से कम ऊंचाई वाले अस्पताल इस नियम से विशेष छूट प्राप्त करते हैं, लेकिन इसके अलावा बाकी सभी अस्पतालों में अग्निशमन को लेकर स्थितियों को जांचा जा रहा है.