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निजी स्कूल की महिला क्लर्क अरेस्ट, फीस के नाम पर एक करोड़ का घोटाला करने का आरोप - Scam in name of fees Uttarkashi

Uttarkashi school scam, Uttarkashi latest news, Uttarakhand latest news: उत्तरकाशी जिले से बड़ा मामला सामने आय है. यहां निजी स्कूली की महिला क्लर्क बीते पांच सालों से फीस के नाम पर बड़ा खेल कर रही थी, जिसकी स्कूल प्रबंधन का भनक भी नहीं लगी. फीस के नाम पर महिला क्लर्क ने करीब एक करोड़ रुपए का घोटाला किया है.

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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी. (ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 3, 2024, 3:50 PM IST

उत्तरकाशी: जिला मुख्यालय के निजी स्कूल में छात्रों की फीस जमा करने के नाम पर 1.09 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने की आरोपी महिला क्लर्क को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. स्कूल प्रबंधक ने लिपिक के खिलाफ कोतवाली पुलिस को लिखित तहरीर दी थी, जिसके आधार पर पुलिस ने उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता से संबंधित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार किया.

जानकारी के अनुसार एक निजी स्कूल की प्रबंधक डॉ. जया पटेल ने स्कूल में बच्चों की फीस जमा करने के नाम पर स्कूल की ही क्लर्क अनुराधा पर उसके रिश्तेदारों के साथ मिलकर षडयंत्र करने का आरोप लगाया था. डॉ. जया पटेल ने तहरीर में बताया कि वर्ष 2013 से लेखा प्रभारी के पद पर तैनात अनुराधा ने फर्जी फीस रसीद तैयार कर 10,912,143 रुपए की धोखाधड़ी की. क्लर्क पर वर्ष 2017 से 2024 तक फीस गबन करने का आरोप लगा है.

मामले में एसपी अमित श्रीवास्तव ने पुलिस अधिकारियों को निष्पक्ष जांच और अभियुक्त को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए, जिस पर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने पुलिस टीम गठित कर मामले की जांच करते हुए स्कूल से प्राप्त फीस रसीदों, रजिस्टरों, बैंक स्टेटमेंट, घटनास्थल का निरीक्षण कर छात्रों, अभिभावकों व मामले से जुड़े लोगों के बयान दर्ज कर साक्ष्य जुटाए.

मामले में मुख्य अभियुक्त अनुराधा को गिरफ्तार कर लिया गया. कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि तहरीर में स्कूल प्रबंधक ने बताया कि लेखा प्रभारी के पद पर तैनात क्लर्क अनुराधा ने फर्जी फीस रसीद तैयार कर अभिभावकों से तो फीस तो ले ली, लेकिन स्कूल मैनेजमेंट को बताया कि अभिभावकों ने फीस जमा करने के लिए समय मांगा है.

इस बीच कुछ छात्रों की फीस लगातार बकाया होने लगी तो उनके अभिभावकों ने प्रिसिंपल से संपर्क किया, जिससे धोखाधड़ी का शक हुआ. स्कूल की ओर से देहरादून स्थित एक चार्टेड एकाउंटेंट फर्म से स्कूल की पूरी बैलेंस शीट तैयार करने को कहा गया. डाटा में बड़ी गड़बड़ी पाई गई और मामले का खुलासा हो गया.

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