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फाल्गुन पूर्णिमा के व्रत से कष्टों का होगा नाश, जाने महत्त्व और शुभ मुहूर्त - Falgun Purnima 2024

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Mar 22, 2024, 4:57 PM IST

Falgun Purnima 2024: फाल्गुन पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त 24 मार्च, 2024 सुबह 9:54 बजे से आरंभ होकर 25 मार्च, 2024 की दोपहर 12:29 बजे तक रहेगा.

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नई दिल्ली: हिंदू कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन हिंदू वर्ष का आखिरी महीना होता है. फाल्गुन महीने की पूर्णिमा तिथि को बेहद महत्वपूर्ण और शुभ माना गया है. सोमवार, 25 मार्च 2024 को फाल्गुन पूर्णिमा पड़ रही है. फाल्गुन पूर्णिमा के व्रत का भी विशेष महत्व बताया गया है. मान्यता है कि इस व्रत को करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी प्रसन्न होकर कृपा बरसाती हैं. दुखों और कष्टों से मुक्ति मिलती है. घर में आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार फाल्गुन पूर्णिमा का व्रत करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है. फाल्गुन पूर्णिमा तिथि के दिन सत्यनारायण की कथा करने और चंद्रमा को अर्घ देने से घर से सभी प्रकार की नकारात्मकताएं दूर होती हैं. फाल्गुन पूर्णिमा तिथि दान करने के लिए बेहद शुभ मानी गई है. इस दिन दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. फाल्गुन पूर्णिमा तिथि के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने और अन्य जल वस्त्र आदि दान करने का विशेष महत्व बताया गया है.

० फाल्गुन पूर्णिमा शुभ मुहूर्त

फाल्गुन पूर्णिमा तिथि आरंभ: 24 मार्च, 2024 (रविवार) सुबह 09:54 बजे से आरंभ.

फाल्गुन पूर्णिमा तिथि समाप्त: 25 मार्च, 2024 (सोमवार) दोपहर 12:29 बजे पर समाप्त.

पंचांग के अनुसार 25 मार्च को फाल्गुन पूर्णिमा मनाई जाएगी.

फाल्गुन पूर्णिमा को बसंत पूर्णिमा भी कहा जाता है.

आध्यात्मिक गुरु और ज्योतिषाचार्य शिव कुमार शर्मा के मुताबिक फाल्गुन पूर्णिमा से ही दिनचर्या में बदलाव करना चाहिए. मौसम में बदलाव होना शुरू हो जाता है. दिन में सोने से परहेज करना चाहिए. हल्का खाना खाएं जो आसानी से पच सके. भोजन में अधिक मात्रा में फल ग्रहण करने चाहिए. फाल्गुन पूर्णिमा के बाद से गर्म पानी के स्थान पर स्नान करने के लिए ठंडा पानी का प्रयोग करना चाहिए.

फाल्गुन पूर्णिमा को ना करें ये कार्य

फाल्गुन पूर्णिमा तिथि पर तामसिक भोजन ग्रहण न करें. लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा आदि का सेवन न करें.

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार पूर्णिमा तिथि पर ब्रह्मचर्य का सख्ती से पालन करना चाहिए. इस दिन ऐसा करना पाप बताया गया है.

किसी भी व्यक्ति से गलत वाणी का प्रयोग ना करें. किसी पर गुस्सा ना करें और अपशब्द ना कहें.

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