फर्रुखाबाद : जिले में 50 से कम नामांकन करने वाले 342 परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है. इन विद्यालयों में प्रधानाध्यापक व प्रभारी प्रधानाध्यापक मिलाकर इनकी संख्या भी करीब 342 है. ऐसे में स्कूल विलय होने से बचने के लिए अब इन्हें छात्र नामांकन बढ़ाना होगा. बीएसए ने प्रधानाध्यापक व प्रभारी प्रधानाध्यापक को नोटिस जारी कर कहा है कि परियोजना कार्यालय से बार-बार निर्देशित किए जाने के बाद भी सूची में अंकित विद्यालयों की शैक्षणिक स्टाफ द्वारा स्कूल चलो अभियान एवं छात्र नामांकन में अपेक्षा अनुरूप कार्य नहीं किया गया है.
बता दें, कम छात्र संख्या वाले परिषदीय स्कूलों को पास के दूसरे परिषदीय स्कूलों में विलय करने की तैयारी सरकार ने शुरू कर दी है. विद्यालयों में 50 से कम बच्चे होने की दशा में संबंधित प्रधानाध्यापक और प्रभारी प्रधानाध्यापक के खिलाफ एक्शन भी लिया जाएगा. फर्रुखाबाद में 50 से कम नामांकन वाले 342 स्कूल चिन्हित हुए हैं. इनमें 120 परिषदीय और 222 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं. राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय से ब्लॉक बार कम नामांकन वाले स्कूलों की सूची आने के बाद बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी को भेजी है. चिह्रित स्कूलों के प्रधानाध्यापक व प्रभारी प्रधानाध्यापक को भी नोटिस जारी किया है. शैक्षिक सत्र 2024 -25 में नामांकन कम होने के संबंध में स्पष्टीकरण भी देने का आदेश दिया है.
बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद ने बीते दिनों इस मामले में दो बीईओ का औसत लाभार्थीयों संख्या बढ़ाने तक वेतन अवरुद्ध किया था. कम छात्र वाले स्कूलों के प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक को नोटिस जारी करके छात्र नामांकन कम होने के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है. साथ ही छात्र नामांकन बढ़ाने के आदेश दिया गया है.