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प्रेमानंद महाराज की यात्रा का विरोध करने वाले लोगों ने मांगी माफी, बताई असली वजह - PREMANAND MAHARAJ

मथुरा में कॉलोनी के प्रेसिडेंट ने संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात कर माफी मांगी. साथ ही विरोध का कारण बताया.

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कॉलोनी प्रेसिडें ने संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात कर मांगी माफी (pic credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 16, 2025, 6:42 PM IST

मथुरा: वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा का कॉलोनी वासियों द्वारा विरोध किए जाने के बाद लगातार मामला गर्माने लगा है. जहां एक ओर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पदयात्रा का समर्थन करते हुए विरोध कर रहे लोगों को कहा कि विरोध करने वाले लोग मनुष्य नहीं हो सकते. तो वहीं यात्रा का विरोध करने वाले लोगों को स्थानीय लोगों का विरोध भी सहन करना पड़ा. इसके बाद अब कॉलोनी वासियों ने संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात कर माफी मांगते हुए विरोध करने का कारण बताया और माफी मांगी.

दरअसल, वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज श्री कृष्ण शरणम सोसाइटी में रहते हैं. वह प्रतिदिन सोसाइटी से रमणरेती स्थित आश्रम हित राधा केली कुंज आश्रम लगभग 2 किलोमीटर पैदल चलकर यात्रा पूरी किया करते थे. इस दौरान सड़कों के दोनों तरफ भक्तों का हुजूम प्रेमानंद महाराज के दर्शन करने के लिए उनकी राह ताकता रहता था.

अपने आराध्य के दर्शन कर अपने आप को धन्य समझता था. लेकिन महाराज के निवास स्थान से आश्रम जाने वाले रास्ते में एनआरआई ग्रीन नामक एक सोसाइटी पड़ती है. इस कॉलोनी के लोगों ने कुछ दिन पहले इस पद यात्रा का यह कहते हुए विरोध किया था कि पदयात्रा के दौरान शोर होता है, पटाखे फोड़े जाते हैं. इससे कॉलोनी वासियों की नींद खराब होती है और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

इसे भी पढ़ें - संत प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा हुई बंद; भक्तों लगा झटका, सामने आई ये वजह - SAINT PREMANAND

इसके बाद संत प्रेमानंद महाराज ने अपनी पद यात्रा को रोक दिया था. इसे लेकर कॉलोनी वासियों को स्थानीय लोगों का विरोध सहन करना पड़ रहा था. तो वहीं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने वीडियो जारी कर विरोध कर रहे लोगों से कहा था कि विरोध करने वाले मनुष्य नहीं हो सकते. अगर उन्हें राधा नाम लेने में परेशानी हो रही है, तो वह वृंदावन छोड़कर किसी अन्य स्थान पर चले जाएं. इसके बाद अब कॉलोनी वासियों ने अपनी बात रखते हुए संत प्रेमानंद महाराज से माफी मांगी है और विरोध करने का कारण बताया है.

संत प्रेमानंद महाराज से मिलने पहुंचे कॉलोनी के प्रेसिडेंट आशु शर्मा ने बताया कि कॉलोनी के गेट के सामने फोड़े गए पटाखे और शोर के कारण कॉलोनी वासियों ने विरोध किया था, न कि पद यात्रा का कॉलोनी वासियों ने विरोध किया था. इसके बाद बहुत ही सरल तरीके से प्रेमानंद महाराज ने कॉलोनी वासियों को समझाया.

यह भी पढ़ें - ब्रजवासी मेरे प्राण; धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने बयान पर दी सफाई, कहा- मेरी बातों को गलत तरीके से किया गया पेश - DHIRENDRA SHASTRI CLARIFICATION

मथुरा: वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा का कॉलोनी वासियों द्वारा विरोध किए जाने के बाद लगातार मामला गर्माने लगा है. जहां एक ओर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पदयात्रा का समर्थन करते हुए विरोध कर रहे लोगों को कहा कि विरोध करने वाले लोग मनुष्य नहीं हो सकते. तो वहीं यात्रा का विरोध करने वाले लोगों को स्थानीय लोगों का विरोध भी सहन करना पड़ा. इसके बाद अब कॉलोनी वासियों ने संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात कर माफी मांगते हुए विरोध करने का कारण बताया और माफी मांगी.

दरअसल, वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज श्री कृष्ण शरणम सोसाइटी में रहते हैं. वह प्रतिदिन सोसाइटी से रमणरेती स्थित आश्रम हित राधा केली कुंज आश्रम लगभग 2 किलोमीटर पैदल चलकर यात्रा पूरी किया करते थे. इस दौरान सड़कों के दोनों तरफ भक्तों का हुजूम प्रेमानंद महाराज के दर्शन करने के लिए उनकी राह ताकता रहता था.

अपने आराध्य के दर्शन कर अपने आप को धन्य समझता था. लेकिन महाराज के निवास स्थान से आश्रम जाने वाले रास्ते में एनआरआई ग्रीन नामक एक सोसाइटी पड़ती है. इस कॉलोनी के लोगों ने कुछ दिन पहले इस पद यात्रा का यह कहते हुए विरोध किया था कि पदयात्रा के दौरान शोर होता है, पटाखे फोड़े जाते हैं. इससे कॉलोनी वासियों की नींद खराब होती है और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

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इसके बाद संत प्रेमानंद महाराज ने अपनी पद यात्रा को रोक दिया था. इसे लेकर कॉलोनी वासियों को स्थानीय लोगों का विरोध सहन करना पड़ रहा था. तो वहीं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने वीडियो जारी कर विरोध कर रहे लोगों से कहा था कि विरोध करने वाले मनुष्य नहीं हो सकते. अगर उन्हें राधा नाम लेने में परेशानी हो रही है, तो वह वृंदावन छोड़कर किसी अन्य स्थान पर चले जाएं. इसके बाद अब कॉलोनी वासियों ने अपनी बात रखते हुए संत प्रेमानंद महाराज से माफी मांगी है और विरोध करने का कारण बताया है.

संत प्रेमानंद महाराज से मिलने पहुंचे कॉलोनी के प्रेसिडेंट आशु शर्मा ने बताया कि कॉलोनी के गेट के सामने फोड़े गए पटाखे और शोर के कारण कॉलोनी वासियों ने विरोध किया था, न कि पद यात्रा का कॉलोनी वासियों ने विरोध किया था. इसके बाद बहुत ही सरल तरीके से प्रेमानंद महाराज ने कॉलोनी वासियों को समझाया.

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