रायपुर:हर साल 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया जाता है. यह दिन किसानों को उनके योगदान के लिए सम्मानित करने और उनकी सराहना करने के लिए मनाया जाता है. छत्तीसगढ़ में किसान दिवस का बड़ा महत्व है, क्योंकि छत्तीसगढ़ की कुल जनसंख्या की 70 प्रतिशत आबादी कृषि कार्य में लगी हुई है.
छत्तीसगढ़ में 37 लाख से ज्यादा किसान परिवार: छत्तीसगढ़ कृषि संचालनालय के मुताबिक राज्य में लगभग 37.46 लाख कृषक परिवार हैं, जिनमें से लगभग 80 प्रतिशत किसान लघु और सीमांत श्रेणी में आते हैं. राज्य का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल लगभग 138 लाख हेक्टेयर है, जिसमें शुद्ध बोया गया क्षेत्र 46.51 लाख हेक्टेयर है, जो इसके कुल भौगोलिक क्षेत्र का 34 प्रतिशत है. प्रदेश में 58040 वर्ग किलोमीटर ( 42.93 प्रतिशत ) में कृषि की जाती है.
मध्य भारत का धान का कटोरा: छत्तीसगढ़ में धान, सोयाबीन, उड़द और अरहर प्रमुख खरीफ फसलें हैं. जबकि रबी सीजन में मुख्य रूप से चना और दूसरे दलहनी फसलों की खेती होती है. राज्य के कुछ जिलों में गन्ने की अच्छी फसल होती है. प्रदेश में चार सहकारी चीनी मिलें हैं. यहां की अन्य फसलें मक्का, बाजरा, मूंग, गेहूं, मूंगफली हैं. छत्तीसगढ़ के मध्य मैदानी इलाकों को मध्य भारत का चावल का कटोरा कहा जाता है.
छत्तीसगढ़ में 32 प्रतिशत सिंचित क्षेत्र: छत्तीसगढ़ राज्य को तीन कृषि-जलवायु क्षेत्रों में विभाजित किया गया है. कृषि-जलवायु क्षेत्रवार क्षेत्र, मिट्टी, सिंचाई के अनुसार खेती की जाती है. छत्तीसगढ़ ने दोहरी फसल वाले क्षेत्रों को बढ़ाने, फसल पैटर्न में विविधता लाने और कृषि आधारित लघु उद्योगों से आय में सुधार करने के लिए एक ठोस योजना शुरू की गई है. कृषि क्षेत्र की क्षमता को और बढ़ाने के लिए जल संसाधनों का बेहतर प्रबंधन किया जा रहा है. प्रदेश का शुद्ध सिंचित क्षेत्र कुल बोए गए क्षेत्र का लगभग 32 प्रतिशत है.
सीएम विष्णुदेव साय ने किसान दिवस की दी शुभकामनाएं: सीएम विष्णुदेव साय ने किसान दिवस पर छत्तीसगढ़ के किसानों को शुभकामनाएं दी है. सीएम नेदेश के पूर्व प्रधानमंत्री, किसानों के नेता, भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की जयंती पर उन्हें नमन किया.