पटना:राष्ट्रीय बागवानी मिशन से जुड़कर कई किसान आत्मनिर्भर और स्वावलंबी की राह पर चल पड़े हैं. सरकार भी खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विज्ञान उद्यान निदेशालय की ओर से किसानों को जागरुक कर रही है. युवाओं का भी रुझान खेती की तरफ देखने को मिल रहा है. पटना के मसौढ़ी में युवा किसान पपीता की खेती कर अच्छी कमाई कर रहे हैं.
पटना में पपती की खेती:मसौढ़ी प्रखंड के बिजोरा गांव में पपीते की खेती से किसानों की आमदनी दोगुनी हो रही है. यहां कई युवा किसान मिलकर पपीते की खेती कर रहे हैं, स्टार्टअप इंडिया के तहत शुरुआत में तकरीबन एक एकड़ में 100 पपीते का पौधा लगाकर खेती की शुरुआत की है.
पपीता की बिक्री से किसानों को फायदा: बताया जाता है कि एक पौधे में तकरीबन डेढ़ सौ किलो पपीता का उत्पादन होता है. बाजारों में 40-50 रुपए प्रति किलो के हिसाब से पपीता की बिक्री भी हो रही है, जिससे यह किसान अपनी आमदनी बढ़ा रहे हैं. इसके अलावा जैविक खेती कर खेती में बढ़ावा दे रहे हैं. वहीं सरकार भी राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत किसानों को महज 6 रुपए में पौधे का वितरण कर रही है.