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स्कॉलरशिप दिलाने के नाम पर साइबर फ्रॉड, 2 आरोपी गिरफ्तार, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलती

Faridabad Cyber Fraud: साइबर ठगी का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. स्कॉलरशिप दिलाने के नाम पर जयपुर की एक महिला से ठगी करने वाले 2 आरोपियों को साइबर थाना एनआईटी पुलिस ने धर दबोचा है. साइबर अपराधियों ने महिला को अपने जाल में कैसे फंसाया जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. समय रहते सावधान हो जाइए वरना साइबर अपराधी पलक झपकते ही आपकी मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर सकते हैं.

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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Mar 18, 2024, 12:01 PM IST

फरीदाबाद: स्कॉलरशिप दिलाने के नाम पर राजस्थान के जयपुर की एक महिला से ठगी करने वाले 2 आरोपियों को साइबर थाना एनआईटी पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही साइबर थाना टीम ने गृह मंत्रालय के प्रतिबिंब पोर्टल की मदद से आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ ही ठगी में इस्तेमाल किए गए 6 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं.

स्कॉलरशिप दिलवाने के नाम पर साइबर फ्रॉड: पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया "गृह मंत्रालय ने साइबर ठगों पर प्रहार करने के लिए एक प्रतिबिंब पोर्टल शुरू किया है. प्रतिबिंब ऐप के नोडल अधिकारी एवं साइबर थाना एनआईटी प्रभारी इंस्पेक्टर अमित कुमार की टीम ने फरीदाबाद में बैठकर स्कॉलरशिप दिलवाने के नाम पर साइबर फ्रॉड करने वाले 2 आरोपियों को काबू किया है. किसी भी एरिया में बैठकर किसी के साथ साइबर फ्रॉड किया जा रहा है तो उसकी जानकारी प्रतिबिंब पोर्टल के माध्यम से साइबर टीम को मिल जाती है. इस पोर्टल में जिसके साथ फ्रॉड किया गया है उसकी जानकारी भी उपलब्ध रहती है आज के इस प्रकरण में भी पीड़ित महिला से बातचीत की गई. उनके नजदीकी थाने की पुलिस से संपर्क करके उनको बुलाया गया."

स्कॉलरशिप दिलवाने के नाम पर साइबर फ्रॉड

शातिर साइबर फ्रॉड गिरफ्तार: पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने कहा है कि इस मामले में 2 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. आरोपियों की पहचान सोनू और नरेंद्र के रूप में हुई है. दोनों आरोपी राजस्थान के डीग जिले के पाटका गांव के रहने वाले हैं. साइबर टीम ने दोनों आरोपियों को कृष्णा कॉलोनी बाटा चौक के पास से गिरफ्तार किया है. आरोपी सोनू 12वीं पास है वहीं एक अन्य आरोपी नरेंद्र फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा है. आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि वह राजस्थान में ठगी की 6 वारदातों को अंजाम दे चुका है.

वारदात को कैसे अंजाम दे रहे थे आरोपी?: आरोपियों ने जयपुर की रहने वाली महिला से श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार के अधिकारी बनकर बात कर महिला को अपने झांसे में लिया. आरोपियों ने पीड़ित महिला को बताया कि उसके बच्चों की 1 लाख 30 हजार रुपए की एजुकेशन स्कॉलरशिप आई है. जिसे भेजने के लिए कुछ डॉक्यूमेंट, प्रोसेसिंग अन्य कुछ फॉर्मेलिटी की जरूरत है. इस फॉर्मेलिटी (प्रक्रिया) को पूरा करने के लिए करीब 20, हजार रुपए की फीस भरनी होगी. आरोपियों ने पीड़ित महिला के पास एक क्यूआर कोर्ड भेजा, जिस पर पीड़ित महिला के ने 2000 रुपए की 11 ट्रांजेक्शन कर कुल 22 हजार रुपए भेज दिए. महिला को बाद में एहसास हुआ कि उसके साथ साइबर ठगी हुई है. ऐसे में महिला ने 1930 पर शिकायत की थी, जिस पर थाना संजय सर्किल जयपुर में साइबर ठगी का मुकदमा दर्ज है.

आरोपियों को कैसे किया गया काबू?:प्रतिबिंब पोर्टल पर पीड़ित और आरोपी दोनों की जानकारी उपलब्ध थी. प्रतिबिंब पोर्टल के नोडल अधिकारी इंस्पेक्टर अमित ने महिला के साथ बात की. इसके बाद इस मामले में साइबर थाना प्रभारी ने फौरन एएसआई जितेंद्र के नेतृत्व में मुख्य सिपाही संजय कुमार, राकेश और सिपाही मोहित कुमार की टीम नियुक्त की. प्रतिबिंब पोर्टल की मदद की मदद से टीम ने दोनों आरोपियों को कृष्णा कॉलोनी से गिरफ्तार किया. इस दौरान आरोपियों से 6 मोबाइल फोन भी बरामद किए गए. आरोपियों के संबंध में राजस्थान के संजय सर्किल थाना पुलिस टीम को सूचना दी गई है. दोनों आरोपियों को राजस्थान पुलिस के हवाले भी कर दिया गया है.

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