आगरा: एसआईटी ने आगरा सदर तहसील में फर्जी बैनामा कांड की जांच में डौकी के बाबा मुंशीदास की 300 करोड़ रुपए से अधिक की जमीनों की फर्जी वसीयत कराने का खुलासा किया है. आरोपियों ने बाबा मुंशीदास की पहली पत्नी के बेटे राजकुमार के साथ मिलकर साजिश रची थी. फर्जी वसीयत तहसील के रिकॉर्ड रूम में जमा करा दी थी. पुलिस ने तहसील के संविदाकर्मी चित्र सिंह और बाबा के बेटे राजकुमार को गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि सदर तहसील में जमीनों का फर्जी बैनामा करके कब्जाने वाले गिरोह का बीते माह खुलासा हुआ था. जिस पर प्रशासन ने 21 जनवरी को शाहगंज थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था. आगरा पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड ने एसीपी सदर विनायक भोंसले के नेतृत्व में एसआईटी बनाई और एक हेल्पलाइन नंबर जारी की थी.
आश्रम में बाबा की गोली मारकर हत्या की गई थी हत्या:एसीपी सदर विनायक भोंसले ने बताया कि बाबा मुंशीदास की दूसरी पत्नी उर्मिला देवी ने पति के नाम से फर्जी प्रपत्र बनाने की शिकायत की थी. जिसमें बताया था कि बाबा मुंशीदास की वर्ष 2017 में आश्रम में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिस पर एसआईटी ने छानबीन की. पता चला कि पहली पत्नी राजवती उर्फ विमला देवी से एक बेटा राजकुमार है. वह पढ़ने देहरादून चला गया.