आगरा:आगरा कमिश्नरेट पुलिस और एसटीएफ आगरा यूनिट ने फर्जी जमानतदार गैंग का पर्दाफाश किया है. गैंग फर्जी और कूट रचित दस्तावेज तैयार करके मोटी रकम लेकर जमानत कराते थे. पुलिस और एसटीएफ ने मंगलवार को फर्जी जमानतदार गैंग के सात लोग दबोचे हैं. आरोपियों ने पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. आरोपियों के बताए गए तथ्य और नामों की पुलिस तस्दीक कर रही है. आरोपियों ने कई अधिवक्ताओं के नाम भी बताए हैं. उनके गैंग में शामिल हैं. जिनकी भी जल्द गिरफ्तारी होगी.
आगरा एसटीएफ के निरीक्षक यतींद्र शर्मा ने बताया कि शहर में फर्जी जमानतदारों के गैंग की सूचना मिली थी. जिस पर एसटीएफ टीम ने छानबीन शुरू की. इसमें एसटीएफ टीम को सूचना मिली कि राजपुर चुंगी क्षेत्र से अश्वनी और मेराज दीवानी जाने वाले हैं. आरोपी फर्जी जमानतदार गैंग में शामिल हैं. इस पर एसटीएफ और आगरा पुलिस टीम ने दोनों की घेराबंदी की. दोनों को मंगलवार दोपहर दबोच लिया. उनके पास से कूट रचित दस्तावेज और उपकरण मिले हैं.
एसीपी सदर पीयूष कांत के अनुसार एसटीएफ और थाना सदर बाजार की टीम ने सात अभियुक्त गिरफ्तार किए हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम अश्वनी कुमार निवासी राधेश्याम कॉलोनी, मारूती सिटी शमशाबाद रोड, मेराज हुसैन निवासी धूलियागंज (कोतवाली), उमाशंकर उर्फ बंटी निवासी भुडेरा (ताजगंज), प्रहलाद कुमार निवासी बल्केश्वर कॉलोनी (कमलानगर), मयंक गुप्ता निवासी भूड का बाग, शांतिनगर (कमलानगर), सुनील कुमार निवासी राधानगर (बल्केश्वर) और मोहित गुप्ता निवासी लोहिया नगर (कमलानगर) हैं. आरोपी कई लोगों को 500 रुपये की दिहाड़ी पर साथ लाते हैं. उन्हें जमानतदार बनाकर कोर्ट में पेश करते हैं.