नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बड़ी संख्या में इलेक्ट्रिक और सीएनजी बसें चल रही है. आए दिन बसों में आग लगने की घटनाएं होते रहती है. अब बसों में आग लगने की घटनाओं की जांच आईआईटी दिल्ली के विशेषज्ञों द्वारा किया जाएगा. इसके लिए आईआईटी दिल्ली के छह सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. इसके साथ ही टीम बसों में आग न लगे इसके लिए भी सुझाव देगी. आईआईटी दिल्ली टीम आठ सप्ताह में अपनी अंतिम रिपोर्ट तैयार कर परिवहन विभाग को देगी.
दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बसों में आग लगने की विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार करने के लिए परिवहन विभाग को निर्देश दिए था. इसके बाद परिवहन विभाग ने आईआईटी दिल्ली को पत्र लिखा था, जिसमें विशेषज्ञों की मदद लेने के लिए परिवहन विभाग की ओर से आईआईटी दिल्ली को जांच टीम गठित करने को कहा. आईआईटी दिल्ली ने जांच करने वाले विशेषज्ञों के नाम तय कर टीम गठित कर दी है.
जांच करने वाले विशेषज्ञों के नाम तय: इस टीम की अध्यक्षता मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. अंजन राय करेंगे. टीम में केमिकल इंजीनियरिंग के प्रो. एके सरोहा, मेकेनिकल इंजीनियरिंग के विशेषज्ञ प्रो. कृष्णकांत अग्रवाल, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के विशेषज्ञ प्रो. सुमित कुमार और प्रो. सौरभ सक्सेना व प्रो. राहुल गोयल को शामिल किया गया है. अब परिवहन विभाग की ओर से इस टीम का सहयोग करने के लिए उपायुक्त आर रामनाथन और डिम्ट्स में उपाध्यक्ष अजय कुमार श्रीवास्तव को जिम्मेदारी दी गई है.
जांच में सामने आएगा आग लगने की घटनाओं का कारण:परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, जांच टीम आग लगने की घटनाओं के पीछे के कारणों का पता लगाएगी. यदि देखरेख में लापरवाही आती है तो ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उठाए जाने वाले आवश्यक सुझाव देगी. टीम यह भी बताएगी कि क्या बसों में ऐसे तकनीकी उपकरण लगाने की जरूरत है जो आग लगने की स्थिति में चालक को सचेत कर सकें. चालक और परिचालकों को कोई प्रशिक्षण देने की जरूरत है या नहीं. इसके साथ ही जिस कारण से आग लगी उसे कारण से दोबारा आग ना लगे इसके लिए भी टीम सुझाव देगी.
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