लोहरदगा: गर्मी का मौसम आने से पहले ही लोहरदगा में पानी के लिए हाहाकार मच गया है. नदियों का पानी पाताल में जा चुका है. नदियों में दूर-दूर तक रेत ही रेत नजर आ रहा है. हालत यह है कि नदी में अस्थायी बांध बनाकर पानी का इंतजाम किया जा रहा है. पूरी गर्मी पानी की आपूर्ति कैसे होगी यह सोच कर नगर परिषद के अभी से ही पसीने छूटने लगे हैं.
प्रति व्यक्ति 135 लीटर पानी की आवश्यकता
आपको बता दें कि लोहरदगा शहर में रहने वाले लोगों को प्रति लीटर कम से कम 135 लीटर पानी की आवश्यकता है. यह आवश्यकता भी नगर परिषद पूरा करने की स्थिति में नहीं है. अभी गर्मी शुरू भी नहीं हुई है फरवरी का महीना चल रहा है. मार्च, अप्रैल, मई और जून में प्रचंड गर्मी पड़ती है. ऐसे में अनुमान है कि इस साल पानी की समस्या बेहद गंभीर होने वाली है.
लोहरदगा में जलसंकट पर रिपोर्ट और नगर परिषद के प्रशासक का बयान. (वीडियो-ईटीवी भारत) कोयल और शंख नदी में सूखने लगे पानी
सबसे बड़ी चिंता का कारण यह है कि अभी से ही लोहरदगा के कोयल और शंख नदी में पानी गायब हो चुका है. नगर परिषद नदी में अस्थायी बांध बनाकर मोटर के सहारे पानी का इंतजाम कर रहा है. किसी तरह लोगों को पानी पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. फिर भी कामयाबी नहीं मिल पा रही.
लोहरदगा में गहरा सकता है जलसंकट
लोहरदगा में लगभग 12 हजार परिवारों के लिए पानी का इंतजाम करना नगर परिषद के लिए चुनौती पूर्ण है. शहरी जलापूर्ति योजना के तहत 6000 वैध और अवैध कनेक्शनधारी हैं. उनके लिए पानी जुगाड़ कर पाना बेहद मुश्किल होता जा रहा है. आने वाला पानी का संकट गहरा सकता है.
नगर परिषद की ओर से प्रयास शुरू
इस संबंध में नगर परिषद के प्रशासक मुक्ति किंडो ने कहा कि इस बार समय से पहले पानी की कमी हो रही है. पानी की परेशानी दूर करने के लिए नगर परिषद द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं. नदी में बांध बनाकर पानी रोका जा रहा है, ताकि ज्यादा समय तक पानी स्टोर हो सके. इसके बावजूद यदि पानी की समस्या बनी रही तो कुछ नई बोरिंग कराने का प्रयास करेंगे. साथ ही टैंकर से पानी की सप्लाई की जाएगी.
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