इटावा :जिले के सुल्तानपुर गांव की 28 वर्षीय शालिनी ने अपना लिंग परिवर्तन कराया है. अब वह शालिनी से शानू बन गई है. शालिनी काफी समय से लिंग परिवर्तन कराना चाहती थी लेकिन परिवार के लोग रजामंदी नहीं दे रहे थे. हालांकि बाद में परिवार ने सहमति दे दी. इसके बाद कई प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद उसकी इच्छा पूरी हो सकी.
शानू ने बताया कि जेंडर डिस्फोरिया के तहत बचपन से ही उसे लड़कों की तरह रहना पसंद है. लड़कों के साथ खेलना, समय बिताना अच्छा लगता है. शानू के अनुसार जब उसे जेंडर चेंज सर्जरी के बारे में पता चला तो उसने खुद का ही ऑपरेशन कराने का फैसला लिया. शुरुआत में मना करने का बाद परिवार भी मान गया.
शानू ने बताया कि लिंग परिवर्तन के लिए अलग-अलग कई चरणों से गुजरना पड़ता है. पहली प्रक्रिया साइकोलॉजिकल इवोल्यूशन द्वारा होती है. इसमें साइकोलॉजिस्ट की अनुमति जरूरी होती है. उसके बाद हार्मोन थेरेपी. इसके बाद सर्जरी की प्रक्रिया होती है.
शानू ने बताया कि उसके जीवन में लिंग परिवर्तन के बाद उसका जीवन आत्मविश्वास उत्साह और आनंद से भर गया है. उसे पहले से बेहतर महसूस होने लगा था. जो लोग भी लिंग परिवर्तन कराना चाहते हैं, उन्हें हीन दृष्टि से न देखा जाए. उनकी भावनाओं को भी महत्व दिया जाए.