लखनऊ: उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने बिजली सप्लाई को लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस और सपा पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि, कांग्रेस और सपा का शासनकाल में यूपी का गहन अंधकार का समय था, राजनीति का अंधा मोड़ था, और कुशासन रूपी ब्लैक होल था. कांग्रेस ने नीम के तेल और मिट्टी के तेल वाली ढेबरी पर 65 साल बिताए. सपा ने ढेबरी और लालटेन पर अपना शासनकाल निकाल लिया.
पावर मिनिस्टर ने कहा कि, सपा वाले सिर्फ अपने वीआईपी गांव में बिजली देते थे. पूरा राज्य अंधेरे में रहता था. सप्ताह में कभी कभार बिजली का आना बड़ा समाचार बनता था. सपा के 2012-17 के शासनकाल में बिजली की औसत अधिकतम आपूर्ति 13 हजार मेगावाट थी. आज हम इसे ढाई गुना अधिक बिजली दे रहे हैं. 30 हजार मेगावाट से ऊपर. यह उत्तर प्रदेश के ही इतिहास में नहीं पूरे देश में अधिकतम और ऐतिहासिक आपूर्ति है. उन्होंने कहा कि, यह बिजली सभी उपभोक्ताओं को दी जा रही है. इस समय 24x7 निर्बाध बिजली हर गांव, हर नगर, हर मुहल्ले में दी जा रही है. सपा के समय में आज की तुलना में आधे ही उपभोक्ता थे. 1.50 करोड़ से अधिक नये कनेक्शन योगी सरकार ने दिए हैं. 1.50 लाख मजरों में बिजली बीजेपी के शासनकाल में ही पहुंची है. कांग्रेस और सपा के शासन में बिजली थी ही नहीं, इसलिए जनता उनसे कोई उम्मीद नहीं करती थी. उन्होंने कहा कि, हम रोस्टर प्रथा और वीआईपी कल्चर से निकलकर अब 24 घंटे सातों दिन बिजली दे रहे हैं.
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि, सपा शासन काल में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद की जमीन पर अनेक विभागों में बबूल बोए. खासकर सपा ने बिजली विभाग में लंबे समय तक उनके कांटे गड़ने वाले और राज्य की जनता को कष्ट देने वाले बबूल बोए हैं. उन्होंने कहा कि मेरिट को दरकिनार कर भाई-भतीजवाद की नीति के तहत कर्मचारियों और अधिकारियों की भर्ती किया. सपा ने ऊंची दरों पर बिजली खरीदने का प्राइवेट कंपनियों से टाईअप कर राज्य की जनता पर हमेशा के लिए आर्थिक बोझ डाला. कर्मचारियों का पीएफ के पैसे का घोटाला कर बिजलीकर्मियों का भरोसा प्रबंधन पर से उठा दिया.