प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज से किसान राष्ट्र और किसान बोर्ड के गठन की मांग उठाई गई है. प्रतापगढ़ में किसान मंदिर बनाने वाले स्वामी शैलेन्द्र योगी सरकार ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में यह मांग उठाई.
हिंदू राष्ट्र और सनातन बोर्ड की मांग के बाद अब तीसरी मांग भी उठने लगी है. इसके तहत प्रयागराज महाकुंभ से किसान राष्ट्र व किसानों के कल्याण के लिए किसान बोर्ड बनाने की मांग उठाई गई है. खुद को किसान पीठाधीश्वर बताने वाले स्वामी शैलेंद्र योगी सरकार ने प्रयागराज में मीडिया से बात करते हुए कहा कि किसान अन्नदाता हैं, इसलिए किसान हमारे लिए भगवान और देवता से कम नहीं हैं.
उन्होंने कहा है कि अगर देश किसान राष्ट्र बनेगा तो किसान संपन्न होंगे उनकी आर्थिक स्थिति और मजबूत होगी. वहीं, उनका यह भी कहना है कि देश में किसान बोर्ड का गठन कर दिया जाएगा तो उससे किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिलेगा और किसान अपनी समस्याओं को बोर्ड के सामने रखकर उसका हल आसानी से निकलवा सकेंगे.
शैलेंद्र योगी ने कहा है कि महाकुंभ के बाद वह किसान देवता के मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे. इसके बाद वो किसान रथ यात्रा लेकर पूरे देश में जाएंगे और किसान बोर्ड व किसान राष्ट्र बनाने की मांग करेंगे.
यही नहीं उन्होंने बताया कि इस अभियान को राष्ट्रव्यापी बनाने के लिए हर प्रदेश में एक प्रदेश प्रभारी बनाएंगे और वो उस प्रदेश की टीम के साथ प्रदेश भर में आंदोलन को मजबूत बनाए जाने के लिए कार्य करेंगे. राज्यों के बाद जिला ब्लॉक से लेकर तहसील और गांव स्तर तक संगठन खड़ा करके किसानों को जोड़कर इस मांग को मानने के लिए सरकार को मनाने का काम किया जाएगा.
बता दें कि स्वामी शैलेंद्र ने विश्व का किसान देवता का पहला मंदिर प्रतापगढ़ जिले के पट्टी तहसील के सराय महेश गांव में बनाया है और वहीं से उन्होंने इस अभियान को शुरू भी किया है.
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