गौरेला पेंड्रा मरवाही:पिछले कुछ दिनों से दो हाथी मध्यप्रदेश की सीमा से होते हुए छत्तीसगढ़ के मरवाही रेंज में घुस गए हैं. हाथी घुसरिया बीट अंतर्गत कक्ष क्रमांक 2051 में घूम रहे हैं. महीनेभर से दोनों हाथी दिन में आराम करते हैं उसके बाद देर शाम को पहाड़ से उतरकर जंगल से लगे चिचगोहना, कुम्हारी घुसरिया समेत कई गांवों में उत्पात मचा रहे हैं.
मरवाही में हाथियों का आतंक, जंगल से लगे गांवों में पहुंचे, बर्बाद की फसल - Elephants In Marwahi
Elephants In Marwahi मरवाही वनमंडल में दो हाथी लगातार घूम रहे हैं. हाथी जंगल से लगे पास के गांवों में भी पहुंच जा रहे हैं और किसानों की खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं. Marwahi forest range
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Jun 11, 2024, 10:10 AM IST
|Updated : Jun 11, 2024, 12:45 PM IST
गांव पहुंचकर फसल बर्बाद कर रहे हाथी: दोनों हाथियों में से एक हाथी एक दांत वाला है और दूसरा हाथी दो दांत वाला हैं. इन दोनों हाथियों से मरवाही के ग्रामीण परेशान है. हाथियों से अपनी फसल को बचाने ग्रामीणों को रात में जागरण करना पड़ रहा है. सोमवार शाम को दोनों हाथी एक बार फिर गांव के पास पहुंच गए. अंधेरा होते ही हाथियों ने घुसरिया गांव के मंजीदटोला से चिचगोहना गांव में धान की फसल खा ली. बार बार फसल के नुकसान होने से ग्रामीणों में आक्रोश की स्थिति बनी हुई है.
हाथियों के सामने वन विभाग लाचार:इधर वन विभाग भी हाथियों के मामले में लाचार बना हुआ है. हाथियों से निपटने के लिए कोई भी उपाय नहीं है. वन विभाग के कर्मचारी हाथियों की सिर्फ निगरानी करने में ही सक्षम हैं. हाथियों का रास्ता जिस ओर होता है उस तरफ पड़ने वाले गांवों में मुनादी कर हाथियों से सतर्क रहने की जानकारी दी जाती है. लेकिन ग्रामीणों की फसलों को हाथियों से बचाने कोई बड़ा प्रयास नहीं हो पाता.