कोटा.कोटा मेडिकल कॉलेज हॉस्टल में बिजली दुरुस्त करने आए एक इलेक्ट्रीशियन के साथ शराब के नशे में रेजिडेंट डॉक्टर के मारपीट करने का मामला सामने आया है. इस संबंध में रेजिडेंट डॉक्टर के खिलाफ महावीर नगर थाने और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को पीड़ित इलेक्ट्रीशियन ने शिकायत भी दी, बावजूद इसके आज चार दिन गुजर जाने के बाद भी आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.
मामला मेडिकल कॉलेज परिसर में स्थित पीजी हॉस्टल नंबर दो का है. पीड़ित इलेक्ट्रीशियन पन्नालाल के अनुसार 15 मई की रात को करीब 3 बजे हॉस्टल में बिजली गड़बड़ा जाने पर वो दुरुस्त करने के लिए वहां पहुंचा था. ऐसे में वो अपना काम करके शिकायतकर्ता रूम संख्या 207 में रहने वाले रेजिडेंट चिकित्सक डॉ. विकास डाबर को फोन किया तो उन्होंने पहले गाली गलौच की और फिर नीचे आने की बात कही.
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इसके बाद डॉ. डाबर नीचे आकर उसे उनके कमरे में सोने को कहा. उसके बाद पीड़ित इलेक्ट्रीशियन ने डॉक्टर की बात वर्कशॉप इंचार्ज डॉ. नवनीत पाराशर से बात करवा दी, जिन्होंने डॉ. डाबर को इलेक्ट्रीशियन को भेजने के लिए कहा. फोन बंद होने के बाद डॉ. डाबर ने मारपीट शुरू कर दी. उसकी लात-घुसो से जमकर पिटाई की. वहीं, इलेक्ट्रीशियन पन्नालाल ने दी अपनी शिकायत में बताया कि डॉ. विकास डाबर ने कहा था कि डॉ. विनोद जांगिड़ को कमरे में बंद कर दिया था और वर्कशॉप इंचार्ज डॉ. नवनीत पाराशर उनका क्या बिगाड़ लेंगे. हालांकि, मेडिकल कॉलेज प्रबंधन और महावीर नगर थाना पुलिस ने इलेक्ट्रीशियन की शिकायत पर कोई एक्शन नहीं लिया.
इस पूरे मामले पर महावीर नगर थाना अधिकारी महेंद्र मारु ने कहा कि इलेक्ट्रीशियन पन्नालाल ने डॉ. विकास डाबर के खिलाफ शिकायत दी है. फिलहाल उसे परिवाद के रूप में रखा गया है. इस संबंध में जांच की जा रही है. वहीं, इस मामले में मेडिकल कॉलेज के पीजी हॉस्टल नंबर दो के वार्डन डॉ. विनोद जांगिड़ ने कहा कि वर्तमान में वो बाहर हैं. इस घटना के संबंध में उन्हें वर्कशॉप इंचार्ज चिकित्सक का फोन आया था. वापस ड्यूटी ज्वाइन करने पर इसकी जांच करेंगे. इधर, पीड़ित ने इस मामले से असिस्टेंट वार्डन डॉ. शिव कुमार राठौड़ को भी अवगत कराया था.
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इस मामले पर डॉ. नवनीत पाराशर ने कहा कि पन्नालाल ने घटनाक्रम के समय उनकी बात डॉ. विकास डाबर से करवाई थी. ऐसे में उन्होंने यह कहा था कि जब आपका काम हो गया है तो इलेक्ट्रीशियन को जाने दीजिए. अब मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को शिकायत के बाद मामला डिसिप्लिन कमेटी को भेजा गया है. वहीं, कमेटी में वो अपना बयान देंगे आगे डिसिप्लिन कमेटी ही तय करेगी कि क्या मामला हुआ है.