चंडीगढ़:चुनाव आयोग ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर का दौरा पूरा कर लिया है. चुनाव आयोग पहले हरियाणा और जम्मू कश्मीर में एक साथ चुनाव करा सकता है. इस संबंध में आज, दोपहर 3 बजे चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहा है. जिसमें हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों का भी ऐलान हो सकता है.
चुनाव आयोग की टीम का दौरा: 12 अगस्त को चुनाव आयोग की टीम हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तैयारी की समीक्षा करने के लिए चंडीगढ़ आयी थी. टीम ने प्रशासनिक अधिकारियों और राजनीतिक दलों के साथ बैठक की थी. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ. एस.एस. संधू के साथ चुनाव तैयारियों की समीक्षा की थी. हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 तक है. विधानसभा में कुल 90 सीटें है.
राज्य में कितने मतदाता ?: 2 अगस्त को प्रकाशित मतदाता सूची के मुताबिक राज्य में 2.01 करोड़ मतदाता हैं जिनमें 1.06 करोड़ पुरुष और 95 लाख महिला वोटर्स हैं. वहीं राज्य में पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं की संख्या 4.52 लाख से ज्यादा है. इसके अलावा 85 साल से ज्यादा आयु वाले 2.55 लाख मतदाता है. दिव्यांग मतदाताओं की संख्या डेढ़ लाख है. हरियाणा में 100 से ज्यादा उम्र वाले वोटर्स की संख्या 10,000 से ज्यादा है. आखिरी वोटर लिस्ट का प्रकाशन 27 अगस्त को किया जाएगा.
बीस हजार से ज्यादा मतदान केन्द्र:विधानसभा चुनाव के लिये 20,629 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जो 2019 के चुनावों के मुकाबले 817 ज्यादा हैं. इनमें से 13,497 ग्रामीण क्षेत्रों में, जबकि 7,132 शहरी क्षेत्रों में होंगे. इनमें हर मतदान केंद्र में औसतन 977 मतदाता होंगे. 125 मतदान केंद्रों का प्रबंधन पूरी तरह से महिलाओं और 116 बूथों का प्रबंधन युवा कर्मचारी करेंगे. हर विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर दिव्यांग शख्स को भी तैनात किया जाएगा. इसके अलावा 100 प्रतिशत मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग कराने की कोशिश की जाएगी.