भिवानी: जिले के बाल भवन वाटिका में रविवार को दिव्यांगजनों के बीच सहायक उपकरण और कृत्रिम अंग नि:शुल्क वितरित किया गया. कार्यक्रम में भिवानी जिले के सिवानी, लोहारू, कैरू, बहल, तोशाम, बवानीखेड़ा, भिवानी ब्लॉक के चिह्नित किए गए 498 दिव्यांगजनों को एक करोड़ 73 लाख से अधिक की लागत से 894 सहायक यंत्र और उपकरण भेंट किया गया. वितरित किए गये उपकरणों में 339 मोटराइज्ड ट्राई साइकिल, 216 बैसाखी, 74 व्हील चेयर, 79 छड़ी और 49 फोल्डिंग वाकर मुख्य रूप से शामिल रहे.
जिला रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से अरावली पावर कंपनी प्रा.लि. और एलिम्को के संयुक्त तत्वावधान में कॉपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के तहत दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण और कृत्रिम अंग वितरित किया गया.
"सरकार दिव्यांगजनों की कर रही है मदद" : भिवानी के विधायक घनश्याम सर्राफ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बनवाए गए कानून के अनुसार बड़ी-बड़ी कंपनियों के द्वारा उनकी आमदनी का दो प्रतिशत हिस्सा सीएआर के तहत जरूरतमंदों की मदद में लगाया जा रहा है. इसी के तहत अरावली पावर कंपनी का एल्मिको से अनुबंध हुआ है, जो सहायक उपकरण बनाने का काम करती है.
उन्होंने कहा कि सरकार हर जरूरतमंद दिव्यांग की मदद के लिए कार्य कर रही है. जरूरतमंदों की मदद के लिए सरकार के पास धन की कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि दिव्यांग व्यक्ति को हर जरूरी सुविधा दी जाए, ताकि उनका जीवन यापन सही ढंग से हो सके. इसी के तहत सहायक उपकरण उपलब्ध कराने के साथ-साथ सरकारी कार्यालयों और सार्वजनिक भवनों में दिव्यांगों को जरूरी सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है.
वयोश्री योजना के तहत शिविरों का होता है आयोजनः मौके पर भिवानी के उपायुक्त महावीर कौशिक ने कहा कि जिले में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सर्वे करवाकर सहायक उपकरण के जरूरतमंद दिव्यांगों की पहचान की जा रही है. जिला रेडक्रास सोसायटी द्वारा समय-समय पर खंड स्तर पर वयोश्री योजना के तहत शिविरों का आयोजन कर दिव्यांगों और वरिष्ठजनों की जांच की जाती है.
सहायक उपकरणों से दिव्यांगों का जीवन होता है सरलः एल्मिको दिल्ली के नोडल अधिकारी एसके रथ ने कहा कि उनका लक्ष्य दिव्यांग और बुजुर्गजनों के जीवन को सरल बनाने का है. उन्होंने कहा कि वह जिले के हर जरूरतमंद दिव्यांग के घर पहुंचेंगे और उनकी मदद करेंगे. जिला में चिह्नित किए गए सभी दिव्यागों को उपकरण प्रदान किए जाएंगे. मौके पर लाभार्थी कृष्ण, विष्णु और खुशी ने कहा कि इन सहायक उपकरणों से अब उनका जीवन थोड़ा सरल हो पाएगा.