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यहां घर में ही रार : तोशाम सीट पर भाई-बहन आमने-सामने, अनिरूद्ध चौधरी प्रचार में साध रहे बहन और चाची पर निशाना - Haryana Assembly Election 2024

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Sep 18, 2024, 5:06 PM IST

Updated : Sep 18, 2024, 6:37 PM IST

भिवानी के तोशाम सीट पर इस बार मुकाबला रोचक होने जा रहा है क्योंकि एक ही परिवार के दो सदस्य इस सीट पर आमने-सामने हैं. बंसीलाल परिवार के भाई-बहन के बीच की इस जंग में जीत किसकी होगी, ये वक्त बताएगा लेकिन फिलहाल कांग्रेस प्रत्याशी अपने आप को बंसीलाल का चिराग बताकर मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं. जानिए पूरा मामला...

ELECTION ON TOSHAM ASSEMBLY SEAT
अनिरुद्ध चौधरी (Etv Bharat)

अनिरूद्ध चौधरी प्रचार में साध रहे बहन और चाची पर निशाना (Etv Bharat)

भिवानी: विधानसभा चुनाव को लेकर हरियाणा में विभिन्न पार्टियों में तो वहीं भिवानी के तोशाम में बंसीलाल परिवार में ही जंग छिड़ी हुई है. यहां कांग्रेस प्रत्याशी अनिरुद्ध चौधरी खुद को पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल का चिराग बताकर इशारों ही इशारों में अपनी बहन भाजपा प्रत्याशी श्रुति व चाची किरण चौधरी पर कटाक्ष कर रहे हैं.

बता दें कि कांग्रेस के टिकट पर बंसीलाल के पौत्र अनिरुद्ध चौधरी और भाजपा के टिकट पर श्रुति चौधरी मैदान में हैं. भाई-बहन के आमने-सामने होने पर प्रदेश की नजर तोशाम सीट पर है. ये सीट पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल की परंपरागत सीट रही है, जहां से बंसीलाल, उनके बेटे सुरेंद्र सिंह और किरण चौधरी विधायक रहीं हैं. अब भाई-बहन आमने सामने हैं.

हमारे घर कोई हरिसिंह नहीं है : कांग्रेस प्रत्याशी अनिरुद्ध चौधरी अपने प्रचार में जुटे हैं. वो अपने भाषण में सबसे पहले अपनी चाची किरण चौधरी का बिना नाम लिए कटाक्ष करते हैं. वो कहते हैं कि मैं ना काले चश्में लगाता और ना हमारे घर कोई हरिसिंह (किरण चौधरी का सबसे करीबी) मिलेगा. अनिरुद्ध कहते हैं कि हमारे घर सभी को पूरा मान-सम्मान मिलेगा. कोई बिचौलिया नहीं होगा.

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भाजपा को वोट से चोट करो : अनिरुद्ध चौधरी का कहना है कि हरियाणा में कांग्रेस सरकार बन रही है और इस सरकार में तोशाम हलके की अहम भागीदारी होगी. उन्होंने कहा कि मेरे दादा बंसीलाल ने पहला चुनाव कांग्रेस के टिकट पर तोशाम से लड़ा था. मैं भी तोशाम से पहला चुनाव कांग्रेस के टिकट पर ही लड़ रहा हूं. उन्होंने कहा कि मै मेरे दादा व चाचा के समय की टीम, जो निराश व परेशान होकर घर बैठी है, उसे पूरे हरियाणा में घूम कर एक्टिव करूंगा. अनिरुद्ध ने कहा कि भाजपा राज में किसानों, पहलवानों, बेटियों व सरपंचों पर लाठियां बरसाई गई. अब पांच अक्टूबर को भाजपा को वोट से चोट मारने का मौका है.

सम्मान देना लेकिन वोट नहीं : अपने संबोधन के अंत में अनिरुद्ध चौधरी अपनी बहन व प्रतिद्वंद्वी श्रुति चौधरी का जि़क्र करते है. वो कहते हैं कि मैं बंसीलाल परिवार का चिराग हूं. मेरी बहन आए तो पूरा मान-सम्मान देना, लेकिन वोट कांग्रेस को ही देना. उन्होंने एक सेठ के टोटे व नफे वाला उदाहरण देते हुए कहा कि अब टोटे की तरह भाजपा जाती हुई और नफे की तरह कांग्रेस आती हुई अच्छी लग रही है.

Last Updated : Sep 18, 2024, 6:37 PM IST

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