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पलामू में अपने बेटे के खिलाफ 72 घंटे तक अनशन पर बैठे रहे बुजुर्ग दंपत्ति, जानिए क्या है वजह - Hunger Strike In Palamu

Hunger strike against son in Palamu.पलामू में अपने बेटे के खिलाफ 72 घंटे से एक मां-बाप अनशन पर बैठे थे. बुजुर्ग दंपत्ति की अवस्था को देखकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने पहल की और विवाद सुलझाकर अनशन समाप्त कराया. जानिए क्या है पूरा मामला.

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jul 6, 2024, 10:58 PM IST

Hunger Strike Against Son In Palamu
पलामू में बुजुर्ग दंपत्ति अनशन पर बैठे हुए. (फोटो-ईटीवी भारत)

पलामूःजिले के तरहसी थाना क्षेत्र में एक बुजुर्ग दंपत्ति अपने बेटे के खिलाफ 72 घंटे तक अनशन पर बैठे रहे. बुजुर्ग दंपत्ति का बेटा झारखंड पुलिस का जवान है और चाईबासा में तैनात है. समाजसेवी और पंचायत जनप्रतिनिधियों की पहल पर बुजुर्ग दंपत्ति ने अनशन को समाप्त किया है. बुजुर्ग दंपत्ति बेटे से दुकान खाली करने की मांग कर रहे थे. दुकान खाली नहीं करने पर बुजुर्ग दंपत्ति आमरण अनशन पर बैठ गए थे.

जानकारी देती अनशन पर बैठने वाली बुजुर्ग महिला प्यारी देवी. (वीडियो-ईटीवी भारत)

दुकान खाली कराने के लिए अपने ही बेटे के खिलाफ अनशन कर रहे थे मां-बाप

दरअसल, पलामू के तरहसी के रहने वाले श्रीकेवल साव और उनकी पत्नी प्यारी देवी अनशन पर बैठे थे. साथ ही दंपत्ति का दूसरा बेटा प्रदीप कुमार भी माता-पिता के साथ अनशन कर रहा था. मिली जानकारी के अनुसार श्री केवल साहू के पांच बेटे हैं. पांचों बेटे के बीच उन्होंने जमीन और मकान का बंटवारा कर दिया था. बंटवारे के दौरान उन्होंने घर के आगे की दुकान 15 वर्ष के लिए लीज पर अपने बेटे सुनील कुमार को दिया था. 9 मार्च 2019 को लीज की अवधि समाप्त हो गई थी. श्रीकेवल साव 2019 से लगातार अपने बेटे सुनील से दुकान खाली करने के लिए कह रहे थे.

दंपत्ति का बेटा झारखंड पुलिस में है जवान

सुनील झारखंड पुलिस का जवान है और चाईबासा के इलाके में तैनात है. लगातार माता-पिता के कहने के बावजूद वह दुकान खाली नहीं कर रहा था. गुरुवार को श्रीकेवल साव और उनकी पत्नी दुकान खाली करवाने की मांग को लेकर अनशन पर बैठ गए थे.

बुजुर्ग दंपत्ति को 500-500 रुपये हर महीने देंगे पांचों बेटे

बुजुर्ग दंपत्ति के आंदोलन को देखते हुए पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय समाजसेवियों की पहल पर शनिवार की देर शाम बात हुई . बातचीत के बाद दंपत्ति का आंदोलन समाप्त हुआ. इस दौरान पांचों बेटे ने बुजुर्ग दंपत्ति को पांच-पांच सौ रुपये हर महीने देने का वादा किया है. साथ ही सुनील अब दुकान खाली करने के लिए राजी हो गया है. अब दुकान का संचालन बुजुर्ग दंपत्ति करेंगे. समझौते के दौरान विधायक प्रतिनिधि गोपाल प्रसाद, चेंबर सचिव इम्तियाज अहमद, मनाजरूल हक, थाना के सब इंस्पेक्टर मनिंदर कुमार मौजूद थे.

इस संबंध में अनशन पर बैठीं बुजुर्ग महिला प्यारी देवी ने कहा कि दुकान खाली करने की मांग थी. अब मांग पूरी हो गई है. वे चाहती हैं कि अब सब खुशहाली से रहें. दुकान खाली होने के बाद अब दोनों प्राणी उसमें रह सकेंगे.सभी बेटे राजी हो गए हैं. अब सभी बेटे हर महीने 500-500 रुपये भी देंगे.

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