नई दिल्ली:दिल्ली विधानसभा सत्र के अंतिम दिन प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में ड्रग्स और बिगड़ी कानून व्यवस्था पर खुलकर अपनी बात कही. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान देश में जहां भी ड्रग्स की बड़ी खेप पकड़ी गई है, वह सब समुद्री रास्ते से गुजरात के मुद्रा पोर्ट पर आया और वहां से देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाया गया है.
दरअसल, विधानसभा में नशे के खिलाफ चर्चा के प्रस्ताव पर सदन में अपनी बात रखते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में खुलेआम मर्डर हो रहे हैं. लेकिन भाजपा कहती है लॉ एंड ऑर्डर मुद्दा नहीं है. सरेआम व्यापारियों को धमकियां मिल रही है. सरेआम गैंगस्टर व्यापारियों की दुकानों पर गोलियां बरसा रहे हैं और भाजपा नेता कहते हैं यह कोई मुद्दा ही नहीं है. गृहमंत्री के घर के 30 किलोमीटर के अंदर घटनाएं हो रही है, आज दिल्ली में ट्रिपल मर्डर हुआ है, भाजपा वाले कहते हैं ये कोई मुद्दा नहीं है.
दिल्ली में नशा कहां से आ रहा है?: केजरीवाल ने कहा, मेरे ऊपर जितने हमले करवा लो, यह मुद्दा तो उठाता ही रहूंगा. जब से अमित शाह गृहमंत्री बने हैं, तबसे कानून व्यवस्था चरमरा गई है. जहां भी जाता हूँ, लोग कान में आकर कहते हैं नशे के मुद्दे को उठाओ. मुद्दा यह भी है कि पिछले पांच साल में नशे का कारोबार बढ़ गया है. कठपुतली कॉलोनी के अंदर नशे की वजह से 300 बच्चों की मौत हो चुकी है. एक रिपोर्ट में डीडीए के अधिकारी बता रहे थे. दिल्ली में नशा कहाँ से आ रहा है? यह सदन में केजरीवाल ने विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि अक्टूबर में गुजरात से आS 1289 किलो कोकीन पकड़ी गई. 15 अक्टूबर को नारकोटिक्स ब्यूरो ने गुजरात से 700 किलो भारी मात्रा से कोकीन पकड़ा, गुजरात मे पकड़ी गई.
दिल्ली समेत देश के अन्य हिस्सों से पकड़ी गई ड्रग्स का हवाला देते हुए केजरीवाल ने कहा कि गुजरात में नशे की फैक्टरी चल रही है. गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से सितंबर 2021 में 3000 किलो हेरोइन पकड़ी गई. 24 हज़ार किलो हेरोइन बिना पकड़े देश के अंदर निकल गयी. ढाई लाख करोड़ के ड्रग गुजरात के अंदर पकड़ी गई. निष्कर्ष निकलता है समुद्री रास्ते से गुजरात में ड्रग्स आती है तो देश के अन्य राज्यों में आपूर्ति होती है. ऐसे में प्रश्न तो उठता है इस पर नियंत्रण कौन कर सकता है अमित शाह, क्योंकि वह गृहमंत्री हैं. गुजरात उनका होम स्टेट है. सब जानते हैं जिस पोर्ट से यह आ रहा है वह अमित शाह के दोस्त का है. तो क्या यह सब मिलीभगत से हो रहा है? केजरीवाल ने विधानसभा में यह सवाल किया?