जेल को अपराधियों ने बना डाला होटल का कमरा, खाने में ड्राई फ्रूट्स और सोने के लिए मोटा गद्दा , एसपी के औचक निरीक्षण के बाद खुलासा - Durg district jail exposed - DURG DISTRICT JAIL EXPOSED
Surprise Inspection Of SP दुर्ग जिला जेल में सुरक्षा की पोल खुली है. होली के ठीक एक दिन बाद दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने दलबल के साथ जिला जेल का औचक निरीक्षण किया.इस निरीक्षण में एसपी ने देखा कि गैंगस्टर को जेल में वीआईपी सुरक्षा मिल रही थी.इस जेल को आरोपियों ने होटल का कमरा बना डाला था. मामले का खुलासा तब हुआ जब एसपी ने अचानक गैंगस्टर्स के बैरक में चेकिंग की.
दुर्ग :लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दुर्ग जिला जेल में एसपी जितेंद्र शुक्ला ने जिला प्रशासन के अफसरों के साथ औचक निरीक्षण किया.इस निरीक्षण में जो तस्वीर सामने आई वो चौंकाने वाली थी. सुरक्षा कारणों ने एसपी ने जेल के अंदर का वीडियो और तस्वीरें जारी नहीं की.लेकिन जो दृश्य छापामारी में सामने आया वो काफी चौंकाने वाला था. दरअसल दुर्ग जिला जेल में महादेव एप और हत्या के मामले से जुड़े खूंखार आरोपी बंद हैं. जेल में गैंगस्टर तपन सरकार, दीपक और मुक्कू नेपाली जैसे आरोपी सजा काट रहे हैं. लेकिन जब एसपी ने इनके बैरक खुलवाकर जांच की तो सभी के होश उड़ गए.
जेल का बैरक बना होटल का कमरा :20 कैदियों की क्षमता वाले बैरक में 50 से 60 कैदियों को रखा गया था. यही नहीं गैंगस्टर तपन सरकार और महादेव एप के आरोपी दीपक और मुक्कू नेपाली मोटे गद्दे पर आराम फरमा रहे थे. इन सभी आरोपियों के गद्दे के नीचे से काजू,किशमिश और बादाम जैसे ड्राइफ्रूट्स मिले.पूरी वीआईपी सुविधा के साथ इन आरोपियों के पास से मोबाइल फोन और सिम कार्ड भी बरामद किए गए हैं.यही नहीं जितने भी आरोपी वीआईपी ट्रीटमेंट ले रहे थे,उनके गद्दे के नीचे से धारदार चाकू भी मिला.यानी कुल मिलाकर कहने के लिए ये अपराधी जेल में बंद है.लेकिन सुविधाएं किसी आलीशान होटल से कम नहीं है.
जेल अधीक्षक ने साधी चुप्पी :एसपी ने जब खूंखार आरोपियों के वीआईपी ट्रीटमेंट के बारे में जेल अधीक्षक से पूछा तो उनके पास किसी भी तरह का कोई जवाब नहीं था. एसपी को जब सवालों के जवाब नहीं मिले तो उन्होंने जेल अधीक्षक को जमकर फटकार लगाई.जिस वक्त जिला प्रशासन की टीम ने छापामारी की थी,उस समय जेल की सुरक्षा जेल प्रहरियों के जिम्मे थी.जेल अधीक्षक जेल में मौजूद नहीं थे.सुबह करीब 4 बजकर 45 मिनट पर हुई इस छापेमारी ने जेल की सुरक्षा और कायदों की भी पोल खोली है.अब जरा सोचिए यदि एसपी अपनी नींद खराब ना करके जिम्मेदारी ना निभाते तो ये गैंगस्टर इसी तरह से कानून को ठेंगे पर रखकर ऐश काट रहे होते.जिन अपराधियों के पास से आपत्तिजनक चीजें मिली हैं, वो छोटे मोटे अपराध में जेल में बंद नहीं है.फिर भी कानून को चिढ़ाते हुए जेल अधीक्षक के नाक के नीचे अपराधी मजे काट रहे हैं.
''केंद्रीय जेल दुर्ग का आकस्मिक निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान कैदियों के बैरक से एक मोबाइल फोन, सिम, उस्तरा,ब्लेड और चाकू जैसा हस्तनिर्मित औजार के साथ ही इस्तेमाल किया चिलम, बीड़ी, सिगरेट और अन्य प्रतिबंधित सामान जब्त किया गया है.कलेक्टर और दुर्ग एसपी ने जेल के अधिकारियों और कर्मचारियों जमकर फटकार लगाई और सजग होकर कार्य करने के निर्देश दिए हैं.'' अभिषेक झा, एएसपी दुर्ग ग्रामीण
जेल में मचा हड़कंप :निरीक्षण के बाद से जिला जेल में हड़कंप मचा हुआ है. इस बारे में एएसपी अभिषेक झा ने बताया कि आगामी लोकसभा निर्वाचन को देखते हुए डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक दुर्ग के निर्देशन में एसडीएम,तहसीलदार और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्ग, भिलाई सीएसपी, दुर्ग सीएसपी, डीएसपी क्राइम सहित थाना प्रभारी और लगभग 160 जवानों के शांत निरीक्षण के लिए 15 टीम गठित की गई थी. आपको बता दें कि इस औचक निरीक्षण के बाद जेल के अंदर की खामियां अब उजागर हुई हैं. जिन अपराधियों को जेल में सबक सिखाने के लिए भेजा गया था,वो सबक के बजाए यहां मजे ले रहे हैं. गद्दे पर सोकर ड्राइ फ्रूट्स उड़ाकर वजन बढ़ा रहे हैं. अब तो इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि खाने में इन अपराधियों को वीआईपी ट्रीटमेंट ना मिल रहा हो.यदि ऐसा है तो इससे बड़ी शर्मिंदा करने वाली बात दूसरी ना होगी.