नई दिल्लीःदिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने मेट्रो विस्तार के फेज-4 के निर्माण कार्य में एक और उपलब्धि हासिल की. गोल्डन लाइन (तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर) के छतरपुर मंदिर और इग्नू मेट्रो स्टेशन के बीच भूमिगत सुरंग के निर्माण का कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है. आज इग्नू स्टेशन पर टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) की सफल ब्रेकथ्रू प्रक्रिया संपन्न हुई. डीएमआरसी ने 97 मीटर लंबी विशाल टनल बोरिंग मशीन से सुरंग का निर्माण किया. ये दिल्ली मेट्रो की सबसे गहरी सुरंगों में से एक है.
चुनौतियों के बाद मिली सफलताःइस सुरंग का निर्माण ईपीबीएम (अर्थ प्रेशर बैलेंसिंग मेथड) तकनीक से किया गया, जिसमें प्रीकास्ट टनल रिंग्स की कंक्रीट लाइनिंग की गई थी. इन टनल रिंग्स को मुंडका में स्थापित स्वचालित कास्टिंग यार्ड में तैयार किया गया. स्टीम क्योरिंग सिस्टम के माध्यम से शीघ्र मजबूती प्रदान की गई. टनलिंग प्रक्रिया वर्ष 2023 में शुरू हुई थी, लेकिन इसे तीव्र ढलान व कठोर चट्टानों जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा. इन कठिनाइयों के कारण स्क्रू ऑगर क्षतिग्रस्त हो गया, जिसे निर्माण के दौरान बदला गया था. इस तरीके की तमाम चुनौतियों के बाद सफलता मिली.
फेज-4 गोल्डन लाइन पर छतरपुर मंदिर व इग्नू मेट्रो स्टेशन के बीच सुरंग का निर्माण पूरा (ETV BHARAT) सुरक्षा व सावधानी के उच्च मानक अपनाए गएःडीएमआरसी ने इस सुरंग निर्माण के दौरान सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों का पालन किया है. मौजूदा वायाडक्ट और आसपास के ढांचों के नीचे सुरंग निर्माण करते समय उच्च संवेदनशीलता वाले उपकरण लगाए गए हैं, जिससे भूमि धसाव की किसी भी संभावना न पैदा हो. फेज-4 के तहत 40.109 किमी भूमिगत लाइनों का निर्माण किया जा रहा है. इसमें 19.343 किमी एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर के तहत है. डीएमआरसी फेज-1 से ही टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) का उपयोग कर रहा है. फेज-3 के दौरान लगभग 50 किमी भूमिगत सेक्शन का निर्माण किया गया था. इसमें करीब 30 टीबीएम का उपयोग किया गया था.
फेज-4 गोल्डन लाइन पर छतरपुर मंदिर व इग्नू मेट्रो स्टेशन के बीच सुरंग का निर्माण पूरा (ETV BHARAT) DMRC को मिली बड़ी सफलता (ETV BHARAT) दूसरी सुरंग का ब्रेकथ्रू मार्च 2025 में निर्धारितःइग्नू स्टेशन पर यह ब्रेकथ्रू अप मूवमेंट के लिए बनाई गई सुरंग के लिए था. इसी के समानांतर डाउन मूवमेंट के लिए दूसरी सुरंग भी बनाई जा रही है. इसका ब्रेकथ्रू मार्च 2025 में निर्धारित है. डीएमआरसी की ये सफलता दिल्ली मेट्रो नेटवर्क के विस्तार में एक और महत्वपूर्ण कदम है. इससे यात्री सुविधाओं में सुधार व यातायात को सुगम बनाने में मदद मिलेगी.
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