उदयपुर :राजस्थान के उदयपुर में सोमवार को पूर्व राजपरिवार के बीच हुए विवादके बाद फिलहाल शांति है. वहीं, नाथद्वारा से विधायक और पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वराज सिंह मेवाड़ की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. उन्होंने प्रशासन पर ढिलाई रखने का आरोप लगाया है. साथ ही कहा कि प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है. वहीं, उदयपुर जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने कहा कि कल की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने इलाके में बैरिकेडिंग की है. दोनों पक्षों के बीच बातचीत लगातार जारी है
इस पूरे घटनाक्रम के बाद विश्वराज सिंह मेवाड़ की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने सबर बाग में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जिला प्रशासन दर्शन का भी इंतजाम नहीं कर पाई. सिर्फ दर्शन करने की बात थी, इसमें ट्रेसपास जैसी कोई बात नहीं थी. वह अपनी राजशाही निर्वहन करने के लिए धूणी माता के दर्शन करने के लिए सिटी पैलेस जाना चाहते थे.
मीडिया से बातचीत करते विश्वराज सिंह मेवाड़ (वीडियो ईटीवी भारत उदयपुर) पढ़ें.मेवाड़ रॉयल फैमिली का विवाद : विश्वराज सिंह नहीं कर पाए धूणी दर्शन, पढ़ें पूरा घटनाक्रम
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन की ढिलाई के चलते में सिटी पैलेस के अंदर नहीं जा पाए, जबकि उनकी मंशा सिर्फ और सिर्फ दर्शन की थी. उन्होंने कहा कि सिटी पैलेस में और खास तौर पर धार्मिक स्थान पर जाने से किसी को नहीं रोका जा सकता है. अपने परिवार की परंपरा का निर्वहन करते हुए दर्शन करना चाहते हैं, जो उनका परिवार के सदस्य होने के नाते पूरा हक बनता है. बता दें कि सोमवार को हुए हंगामे के बाद मंगलवार को जगदीश चौक से सिटी पैलेस जाने का रास्ता छावनी में तब्दील किया गया है. जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाए गए हैं. इसके साथ ही कई थानों के थाना अधिकारी मौजूद हैं.
यह बोले कलेक्टरःउदयपुर जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने कहा कि कल की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने इलाके में बैरिकेडिंग की है. दोनों पक्षों के बीच बातचीत लगातार जारी है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाएंगे जिससे कानून-व्यवस्था पर असर पड़े. सिटी पैलेस के अंदर धूनी दर्शन को लेकर उत्पन्न विवाद के बाद इस क्षेत्र को रिसीवर के तहत लिया गया है. इस विवादित क्षेत्र की जिम्मेदारी घंटाघर थाना अधिकारी को सौंपी गई है. कलेक्टर ने बताया कि रिसीवर का मतलब है कि विवादित क्षेत्र अब सरकार के नियंत्रण में रहेगा. इस मामले में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पूरे घटनाक्रम के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और जो भी गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.
जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल (ETV Bharat Udaipur) इसे भी पढ़ें-'धूणी' को लेकर मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्यों में गहराया विवाद, जानिए उसका क्या है इतिहास
क्षत्रिय समाज ने की कलेक्टर से मुलाकात :धूनी दर्शन विवाद के चलते मेवाड़ क्षत्रिय समाज ने मंगलवार को जिला कलेक्टर से मुलाकात की. उन्होंने प्रशासन से हस्तक्षेप करते हुए विश्वराज सिंह मेवाड़ को धूनी दर्शन करवाने की मांग की. समाज के प्रतिनिधियों ने सिटी पैलेस के भीतर लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ से बातचीत का संदेश भी भिजवाया है.
पर्यटकों के लिए बंद हुआ सिटी पैलेस :इस विवाद के कारण देश-विदेश से आने वाले पर्यटक सिटी पैलेस में घूमने से वंचित हैं. सिटी पैलेस के सभी दरवाजे फिलहाल बंद हैं, जिससे पर्यटक म्यूजियम और अन्य क्षेत्रों में नहीं जा पा रहे हैं. पर्यटकों को बाहर से ही वापस भेजा जा रहा है. बता दें कि हर दिन बड़ी संख्या में सैलानी सिटी पैलेस घूमने आते हैं.
पुलिस ने की 3 लेयर बैरिकेडिंग :पुलिस प्रशासन ने पूरे क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. जगदीश चौक से सिटी पैलेस के दरवाजे तक तीन लेयर बैरिकेडिंग की गई है. इसके अलावा लोहे की जालियां भी लगाई गई हैं, ताकि भीड़ को आगे बढ़ने से रोका जा सके. मौके पर कई थानों के अधिकारी और उच्च पुलिस अधिकारी मौजूद हैं. वहीं, राजपूत महासभा के पदाधिकारी भी जिला कलेक्टर से बातचीत के लिए पहुंचे हैं. उदयपुर प्रशासन और पुलिस विवादित क्षेत्र की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. कलेक्टर ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता है और किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे.