नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में बजट पर चर्चा के दूसरे दिन आधा दर्जन से अधिक विधायकों ने अपनी बातें रखी. हालांकि, जब चर्चा हो रही थी, तब विपक्ष सदन में नहीं था. इस चर्चा के दौरान पूर्व मंत्री व आम आदमी पार्टी के विधायक राजेंद्र पाल गौतम ने अनुसूचित जाति/जनजाति अल्पसंख्यक विभाग की कार्य प्रणाली पर ही सवाल उठाए.
उन्होंने कहा कि गत कुछ वर्षों के दौरान इस मद में आवंटित बजट का उपयोग नहीं हो रहा है. उन्होंने इसके लिए अधिकारियों के सिर पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए सरकार की तमाम योजनाएं ठप पड़ी है. इस पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए. वहीं, मालवीय नगर से AAP के विधायक और नई दिल्ली लोकसभा सीट से प्रत्याशी सोमनाथ भारती ने रामराज्य थीम पर पेश बजट का जिक्र करते हुए कहा कि इसी वर्ष नहीं, बल्कि सत्ता में आने के साथ ही केजरीवाल सरकार ने राम राज्य को साकार करने में जुट गए थे. उन्होंने ऐसी घोषणाएं, योजनाएं लागू की और फैसले लिए, जिससे दिल्ली वालों की जिंदगी आसान हो जाए. आने वाले समय में इस बजट के दूरदर्शी परिणाम होंगे.
भारती ने कहा कि इस समय में लोकसभा चुनाव प्रचार में जुट गए हैं. अलग-अलग विधानसभाओं में लोगों से संपर्क के दौरान जिस तरह से फीडबैक मिल रहा है उसे लग रहा है कि संसद में उनके जाने का रास्ता बन चुका है और हो सकता है यह विधानसभा में उनका आखिरी भाषण हो. AAP विधायक बीएस जून ने कहा कि राम मंदिर बनाने का श्रेय बीजेपी ले रही है, लेकिन सही मायने में भगवान राम के सिद्धांतों पर अरविंद केजरीवाल चल रहे हैं. बीजेपी ने भगवान राम को दो भागों में बांट दिया है. हमलोग जय सियाराम कहने वाले हैं और बीजेपी जय श्रीराम. केजरीवाल सरकार महिलाओं का सम्मान करती है. माता सीता का भी सम्मान करती है तभी दिल्ली सरकार मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना लेकर आई है.