प्रदेश का मान बढ़ाना चाहते हैं तो सर थोड़ी मदद कर दो, दिव्यांग खिलाड़ियों ने लगाई गुहार - Disabled Players of Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ के दिव्यांग खिलाड़ी आर्थिक तंगी और खेल सामग्री की कमी से जूझ रहे हैं. खेल सामग्री की कमी की वजह से प्रदेश के खिलाड़ी दुनिया के अन्य खिलाड़ियों को टक्कर देने में पीछे रहव जाते हैं. इस समस्या को दूर करने के लिए दिव्यांग खिलाड़ियों ने क्षेत्र की सांसद और कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है.
दिव्यांग खिलाड़ियों ने मांगी मदद (ETV Bharat Chhattisgarh)
दिव्यांग खिलाड़ियों ने की मदद की अपील (ETV Bharat Chhattisgarh)
सक्ती : देश भर में अपने प्रतिभा का जलवा दिखा रहे छत्तीसगढ़ के दिव्यांग खिलाड़ियों के सामने आर्थिक संकट सबसे वड़ी समस्या बनी हुई है. इसके चलते दिव्यांग खिलाड़ी खेल सामग्रियों की कमी से जूझ रहे हैं. जिसको लेकर दिव्यांग खिलाडियों ने क्षेत्र की सांसद और कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है.
खेल सामग्रियों की कमी दूर करने मांगी मदद : सीमित संसाधन के साथ ही इन खिलाड़ियों ने दूसरे प्रदेशों में जाकर टूर्नामेंट में जीत हासिल कर छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया है. लेकिन दूसरे प्रदेशों के प्रतिद्वंदी खिलाड़ियों के पास आधुनिक ट्राई साइकिल और उच्च गुणवत्ता वाले खेल सामग्री है. यह देख प्रदेश के खिलाड़ी खुद को पिछड़ा हुआ महसूस करते हैं.
"खेल के दौरान सीमित साधनों के साथ दूसरे प्रदेशों के खिलाड़ियों को टक्कर देना बड़ा चैलेंजिंग होता है. यदि हमें भी उच्च गुणवत्ता वाले खेल सामग्री और आधुनिक ट्राई साइकिल मिल जाए तो प्रतियोगिता में हम और भी बेहतर प्रदर्शन कर देश और प्रदेश का मान बढ़ा सकते हैं." - धनंजय कुमार यादव, दिव्यांग खिलाड़ी
व्हील चेयर प्रीमियर लीग में दिखाया जौहर : आईपीएल की तर्ज पर दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों का इंडियन व्हील चेयर प्रीमियर लीग का आयोजन किया गया था. इस प्रतियोगिता के फाइनल मैच में उत्तराखंड चैलेंजर्स टीम विजेता बनी. इस विजेता टीम में छत्तीसगढ़ से तीन खिलाड़ियों का चयन हुआ था, जिसमें पीलाबाबू (सक्ती), अमित कुमार (सक्ती), लक्की सोनी (कोरबा) शामिल हैं.
देश-विदेश में दिखाना चाहते हैं अपना कौशल : दिव्यांगों की श्रेणी में हो रहे इस पहले क्रिकेट टूर्नामेंट की विजेता टीम में छत्तीसगढ़ के दिव्यांग खिलाड़ी भी हिस्सा रहे. पीलाबाबू व उनकी टीम के इस उपलब्धि पर परिवार के सदस्य और क्षेत्र के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं. अपने इस कौशल को अब ये दिव्यांग खिलाड़ी देश-विदेश में भी दिखाना चाहते हैं, इसलिए शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं.
इस प्रतियोगिता में सम्मिलित होने के पहले सक्ती कलेक्टर ने प्रदेश के दिव्यांग खिलाड़ियों को क्रिकेट किट और जर्सी देकर जीत की शुभकामनाएं दी थी. साथ ही अपने राज्य और जिले का मान बढ़ाने के लिए बेहतर प्रदर्शन करने के लिए उनका हौसला बढ़ाया था.
इंडियन व्हीलचेयर प्रीमियर लीग के फाइनल मैच 23 जून 2024 को उत्तराखंड चैलेंजर्स और मुंबई के बीच खेला गया था, जिसमें उत्तराखंड की टीम विजेता बनी. दिल्ली के बाल भवन इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर 12 में इस खेल का आयोजन किया गया, जिसमें देश भर के आठ टीमों ने हिस्सा लिया था.