देवास: सोनकच्छ के तहसीलदार मनीष जैन को 7 हजार रुपए रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. बताया गया कि सोनकच्छ तहसील के सांवेर गांव निवासी किसान रविंद्र दांगीया ने उज्जैन लोकायुक्त टीम को एक लिखित आवेदन देकर शिकायत की थी कि उसकी भूमि नामांतरण के लिए लोकसेवा कार्यालय में 1 माह पहले आवेदन दिया था, जिसके बाद उससे नामांतरण करने के लिए 7 हजार रु की रिश्वत की मांग की गई.
भूमि नामांतरण के लिए रिश्वत मांगना पड़ा भारी, नप गए सोनकच्छ तहसीलदार - SONKACHH TEHSILDAR BRIBE CASE
भूमि नामांतरण के लिए रिश्वत लेने के आरोप में तहसीलदार पर कार्रवाई, मनीष जैन को 7 हजार रुपए लेते लोकायुक्त ने किया गिरफ्तार.
By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : Dec 28, 2024, 12:19 PM IST
किसान की शिकायत के आधार पर उज्जैन लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा ने ट्रैप दल का गठन किया. लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई करते हुए मनीष जैन को गिरफ्तार कर लिया है. बताया गया कि तहसील परिसर में पहले एक व्यक्ति ने आवेदक से राशि प्राप्त की और तहसीलदार को ले जाकर उनके चेंबर में दी. इसी समय आसपास तैनात लोकायुक्त की टीम ने दोनों को 7 हजार रुपए के साथ पकड़ लिया.
- लोकायुक्त पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 5000 रुपए की रिश्वत लेते सहायक दरोगा गिरफ्तार
- शासकीय स्कूल के प्रिंसिपल 50000 की रिश्वत लेते गिरफ्तार, लोकायुक्त टीम ने ऐसे दबोचा
लेनेदेन में शामिल एक अन्य भी गिरफ्तार
इस मामले को लेकर बताया गया कि इंदौर-भोपाल रोड कुमारिया राव गांव के पास किसान की भूमि है, जिसके नामांतरण के लिए आवेदन दिया गया था. जिस पर तहसीलदार ने एक प्राथमिक शिक्षक जयसिंह परमार से बात कर काम करवाने के लिए कहा. डीएसपी सुनील तालान ने बताया, " आवेदक को जयसिंह से ही पैसा लेनदेन करने के लिए बोला गया था. कहा गया कि वह तहसीलदार और बाकियों को पैसा दे देगा और काम हो जाएगा. जांच में हमने शिकायत को सही पाया और कार्रवाई की."