प्रयागराज: महाकुंभ में भगदड़ में मरने वालों और घायलों को मेला सेक्टर 2 में स्थित केंद्रीय अस्पताल पहुंचाया गया है. यहां भगदड़ के दौरान अपनों से बिछड़े लोग पहुंच रहे हैं. व्याकुल नजरों से इधर-उधर दौड़ते लोग अस्पताल में उनकी तलाश करते रहे. ईटीवी भारत की टीम ने इस दुखद घटना के शिकार बने लोगों से उनकी आपबीती जानी, तो वे फफक पड़े.
आपबीती सुनाते लोग (Video Credit; ETV Bharat) केंद्रीय चिकित्सालय पहुंचे घटना के प्रत्यक्षदर्शी फरजाना ने बताया कि देर रात घाट पर असनार्थी स्नान के लिए रुके हुए थे. इस दौरान श्रद्धालुओं का एक हुजूम संगम की तरफ बढ़ा. दूसरी तरफ स्नान कर चुके लोग की भीड़ बाहर निकल रही थी. अचानक भीड़ का दबाव बढ़ने से आफरा-तफरी मच गई. जिससे वहां भगदड़ की स्थित बन गई. ऐसी स्थित में वहां पर मौजूद स्नानार्थी अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि भगदड़ के दौरान भीड़ इतनी अधिक थी कि हम लोग एक दूसरे को बचाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ में लोग एक दूसरे पर गिरते रहे. जिससे हमारे परिजन दब गए. .
गोरखपुर से आए एक श्रद्धालु ने बताया कि संगम क्षेत्र में बुधवार भोर में अधिक लोग घाट के किनारे सो रहे थे और स्नान के लिए इंतजार कर रहे थे. उसी समय घाट पर सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस कर्मियों ने उन्हें उठाना शुरू कर दिया. साथ ही जल्दी से स्नान करने के बाद घाट छोड़ने के लिए निर्देशित करने लगे. इस दौरान वहां पर मौजूद स्नार्थियों में अफरा तफरी मच गई. उसके बाद भगदड़ स्थिति उत्पन्न हो गई.
उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद लगभग दो ढाई बजे के करीब वहां पर मौजूद मेला प्रशासन की टीम और मेडिकल एम्बुलेंस वहां आकर उपचार के लिए घायलों को सेक्टर दो स्थितकेंद्रीय अस्पताल ले आई. जहां उनका इलाज किया जा रहा है.
यह भी पढ़ें:पहली बार नहीं, पहले भी कई बार हो चुके हैं ऐसे हादसे, सिलसिलेवार डालें एक नजर
यह भी पढ़ें:PHOTOS में देखिए महाकुंभ की भयावह भगदड़; हर तरफ बिखरा सामान, रोते-बिलखते श्रद्धालु, संगम पर उमड़े जनसमुद्र में अपनों को तलाशती रहीं आंखें