सीकर : जिले के रींगस में खाटू श्याम जी धाम पर बाबा श्याम का कार्तिक मेला महोत्सव मंगलवार को पूरे परवान पर रहा. देवउठनी एकादशी पर भक्त यहां बड़ी संख्या में बाबा श्याम का जन्मोत्सव मनाने के लिए पहुंचे. इस दौरान बाबा श्याम के छप्पन भोग की झांकी सजाई गई है. देश के कोने-कोने से आए भक्त बाबा को मिश्री मावे का केक का भोग लगा रहे हैं. बाबा श्याम का सतरंगी फूलों से मनमोहक शृंगार किया गया है. इस मौके पर रात 12 बजे बाद से ही खाटू में आतिशबाजी की जा रही है.
खाटू श्याम जी में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब :खाटू श्याम जी के जन्मदिन को मनाने के लिए श्याम नगरी में देश के कौने-कौने से श्रद्धालु यहां पहुंचे हैं. इस दौरान दर्शन के अलावा केक काटकर भक्त खाटू नरेश का जन्मदिन मना रहे हैं. जन्मोत्सव पर बाबा श्याम का दरबार आलौकिक रूप से सजाया गया है. मंदिर के सिंह द्वार को श्रीनाथ भगवान और परिसर को राधा कृष्ण की झांकियों और आकर्षक सजावट से निखारा गया है.
आस्था और श्रद्धा का उमड़ा सैलाब (वीडियो ईटीवी भारत सीकर) पढ़ें.बाबा श्याम के दर भक्तों का रैला, लखदातार का जन्मदिन मनाने के लिए खाटू नगरी में जुटे श्रद्धालु
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम :एसपी भुवन भूषण यादव ने बताया कि बाबा श्याम के जन्मोत्सव पर भक्तों के सैलाब को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. यहां 500 आरएसी के जवान तैनात किए गए हैं. इसके अलावा 400 सुरक्षा गार्ड, 100 होम गार्ड और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है. चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए CCTV कैमरे से भी निगरानी की जा रही है.
श्याम कुंड के दर्शन भी हैं खास :मंदिर प्रबंधन से जुड़े मोहनदास महाराज बताते हैं कि श्याम कुंड बारह महीने पवित्र जल से भरा रहता है. कुंड का पानी जमीन से निकलता है. लोगों का मानना है कि कुंड में पानी कभी खत्म नहीं होता है. ऐसा भी माना जाता है कि इस तालाब में भक्तों को डुबकी लगाने पॉजिटिव एनर्जी मिलती है और बीमारियां दूर होती हैं. खाटू श्याम बाबा मंदिर के पास श्याम कुंड का भी खास महत्व है. पौराणिक कथाओं के अनुसार महाबली भीम के पपौत्र बर्बरीक यानी श्याम बाबा ने महाभारत के युद्ध के दौरान भगवान कृष्ण की मांग पर अपना शीश दान कर दिया था. इसके कारण वह शीश के दानी कहलाए थे. खाटू श्याम जी में चूंकि इस स्थान पर श्याम बाबा का शीश प्रकट हुआ था, इसलिए यह स्थान मंदिर जितना ही पवित्र माना जाता है.