कानपुर :छात्रों को गुणवत्तापरक शिक्षा मिल सके, इसके लिए ही सरकार ने यह फैसला किया है कि अब 16 साल की उम्र वाले स्टूडेंट का दाखिला लेने पर कोचिंग संस्थानों पर ताला लटकेगा. जो नई शिक्षा नीति बनी है, उसे शिक्षकों को स्कूल-कॉलेजों में क्रियान्वित करना होगा. जिससे सभी छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सके और उन्हें कोचिंग का मुंह न देखना पड़े. शुक्रवार को यह बातें डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहीं. वह छत्रपति शाहू जी महाराज विवि में आल इंडिया फेडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर्स आर्गेनाइजेशन की ओर से आयोजित तीन दिवसीय अधिवेशन कार्यक्रम में शामिल हुए थे और पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे.
'रामलला को देख हर देशवासी का रोम-रोम प्रफुल्लित' : उन्होंने कहा, कि उक्त संगठन की ओर से जो आयोजन कराया गया है, उसमें शामिल देशभर के सभी शिक्षकों को हम बधाई देते हैं. साथ ही उच्च शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े सभी शिक्षकों के साथ सरकार हर कदम पर खड़ी है. आयोजन में विवि के कुलपति प्रो. विनय पाठक, एमएलसी अरुण पाठक, डा. विवेक द्विवेदी आदि मौजूद रहे. जब डिप्टी सीएम से सवाल किया गया कि विपक्ष के लोग राम मंदिर में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर बहुत उत्साहित नहीं हैं, न ही शामिल हो रहे हैं. आप क्या कहेंगे? इस सवाल के जवाब में डिप्टी सीएम ने कहा, कि जब किसी घर में कोई शुभ काम होता है, तो जिन्हें नकारात्मक कुछ सोचना और कहना होता है वो लोग वही करते हैं. इसलिए हमें विपक्ष की चिंता नहीं है. अयोध्या में प्रभुश्री राम रामलला पहुंच चुके हैं. 22 जनवरी को पीएम मोदी की मौजूदगी में प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम आयोजित होगा. इस आयोजन से हर देशवासी का रोम-रोम प्रफुल्लित है.