प्रयागराज : महाकुंभ की सबसे महंगी, लग्जरी, फायर और बुलेट प्रूफ डोम सिटी में गुरुवार की शाम आग लग गई. अरैल की तरफ बसाई गई इस सिटी के कॉटेज नंबर 1 में यह आग लगी थी. फायर ब्रिगेड की टीम जब तक पहुंचती 90% यह कॉटेज जलकर राख हो गया. हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है. अब इस डोम कॉटेज को बुलेट प्रूफ और फायर प्रूफ कहकर महंगे दामों पर किराया वसूलने वाली कंपनी के दावे पर सवाल खड़े हो गए हैं.
यूपी टूरिज्म की पहल पर बसाई गई थी डोम सिटी : महाकुंभ 2025 में गंगा तट पर आस्था और आधुनिकता का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है.
यूपी टूरिज्म की पहल पर पीपीपी मॉडल पर नैनी के अरैल क्षेत्र में डोम सिटी बसाई गई थी. इसमें 176 अत्याधुनिक कॉटेज बनाए जाने की योजना थी. इसमें, एयर कंडीशनर, गीजर, और सात्विक भोजन की विशेष व्यवस्था भी दी गई है. प्रयागराज के अरैल क्षेत्र में स्थित इस सिटी के 44 बुलेटप्रूफ और फायर प्रूफ कॉटेज तैयार हुए. हालांकि रॉ मैटेरियल ना मिलने के कारण 100 कॉटेज अभी भी बनने से रह गए हैं. डोम सिटी के कॉटेज नंबर वन में गुरुवार की शाम लगभग 4:45 बजे अचानक से आग लग गई. धुंआ उठता देख फायर ब्रिगेड की टीम फायर टेंडर लेकर पहुंची और थोड़ी देर में आग पर काबू पा लिया गया. हालांकि 90% कॉटेज जलकर राख हो गए.
महाकुंभ में फायर की यह चौथी घटना : चीफ फायर ऑफिसर, महाकुंभ प्रमोद शर्मा ने बताया कि हमारी टीम ने डोम सिटी में धुआं उठता देखा तो क्विक रिस्पांस कर अग्निशमन टेंडर के साथ वहां पहुंचकर थोड़ी देर में आग पर काबू पा लिया. एक ही कॉटेज जला है. बाकी कॉटेज को सुरक्षित बचा लिया गया है. किसी को कोई फायर इंजरी नहीं हुई है. महाकुंभ में यह आग की चौथी घटना है.
एक रात का किराया है डेढ़ लाख रुपए : श्रद्धालुओं से एक रात के लिए एक से डेढ़ लाख रुपए किराया वसूलने वाली डोम सिटी में संगम का 360 डिग्री व्यू मिलता है. यह अर्ध अंडाकार और ट्रांसपेरेंट कॉटेज है. एक ही कमरे में सभी अत्याधुनिक सुविधाएं इस टेंट में दी गई हैं. यहां बैठे-बैठे आप आसमान से हिल स्टेशन जैसा खूबसूरत नजारा देख सकते हैं. सामान्य दिनों में स्टैंड का एक दिन का किराया 81000 प्लस जीएसटी रखा गया है. ईवो लाइफ स्पेस की ऑफिशल वेबसाइट के मुताबिक मुख्य पर्व में यह किराया 1.25 लाख रुपए तक पहुंच जाता है.