पटना:नीट यूजी की परीक्षा का परिणाम 4 जून को सामने आया. परिणाम चौंकाने वाला रहा क्योंकि 67 छात्रों ने 720 में 720 अंक हासिल किया. ऐसे में जब से रिजल्ट आया है नीट की परीक्षा देने वाले छात्र हों या तैयारी करने वाले शिक्षक सभी आक्रोशित हैं. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी नीट यूजी के रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए परीक्षा रद्द करने की मांग की है.
14 जून के बजाय 4 जून को रिजल्ट जारी: नीट यूजी परीक्षा के दिन से लेकर रिजल्ट तक विवादों में है. इस परीक्षा में पेपर लीक का दाग लगा और कई गिरफ्तारियां भी सबूत के आधार पर हुई है. लेकिन परीक्षा करने वाली एजेंसी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने पेपर लीक की बात को स्वीकार नहीं किया और 14 जून को रिजल्ट जारी करने के बजाय 4 जून को रिजल्ट जारी कर दिया.
राजस्थान से आई पेपर लीक की खबर : 5 मई को देश भर के परीक्षा केंद्रों पर नीट परीक्षा आयोजित की गई. 23 लाख के करीब अभ्यर्थी शामिल हुए. लेकिन राजस्थान के सवाई मानसिंह सवाई माधोपुर के एक सेंटर से पेपर लीक की बात सामने आई. एनटीए ने इसका खंडन किया. लेकिन पटना में पुलिस ने पेपर लीक की बात को पुष्टि कर दी.
बिहार से गिरफ्तारी:पटना पुलिस ने पेपर लीक की सूचना मिलने पर थोड़ी कार्रवाई की और परीक्षा के दिन ही सुबह में रामकृष्ण नगर इलाके में छापेमारी की. इस दौरान एक हॉस्टल में नीट परीक्षा के प्रश्न पत्र और उसके उत्तर जले हुए मिले. पुलिस ने ताबड़तोड़ गिरफ्तारी शुरू की और दूसरे के बदले परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को पकड़ना शुरू किया.
ऐसे हुआ था खुलासा: इसी बीच पटना के शास्त्री नगर थाना स्थित डीएवी बीएसईबी स्कूल में परीक्षा देकर निकलते छात्र आयुष राज को पुलिस ने गिरफ्तार किया. पुलिस के सामने आयुष ने एडमिट किया कि उसे एक दिन पूर्व परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों को हूबहू उपलब्ध करा दिए गए थे और उसके साथ 4 मई की शाम 25 परीक्षार्थी करीब और थे जिन्हें प्रश्न पत्र और उसका उत्तर रटवाया गया.
प्रति अभ्यर्थी 20 लाख रुपए में सौदा तय:पटना पुलिस ने शास्त्री नगर थाने में प्राथमिक दर्ज की और आयुष के पिता समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया. इसमें दानापुर नगर परिषद का इंजीनियर सिकंदर यादवेंदु भी पकड़ा गया. इसके अलावा पुलिस ने संजीव कुमार को गिरफ्तार किया जिसका पुत्र डॉ शिव कुमार शिक्षक बहाली पेपर लीक मामले में बिहार में पहले से जेल में है. अभ्यर्थियों के अभिभावकों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि प्रति अभ्यर्थी 20 लाख रुपए में सौदा तय हुआ था. प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने वालों ने संजीव और अन्य शिक्षा माफियाओं से 60 करोड़ रुपए में प्रश्न पत्र खरीदा था.
नहीं मिल रहा सरकारी कॉलेज में एडमिशन:नीट परीक्षा देने वाले छात्र प्रवीण कुमार ने बताया कि उन्हें 650 अंक हासिल हुए हैं. पिछली बार 605 अंक पर बच्चों को अच्छी सरकारी कॉलेज मिले थे लेकिन इस बार उन्हें सरकारी कॉलेज नहीं मिल रहा है. परीक्षा में 180 प्रश्न पूछे जाते हैं और काफी गहरा सिलेबस होता है. उन्हें आश्चर्य हो रहा है कि 720 में 720 अंक 67 छात्रों ने हासिल कर लिए हैं. परीक्षा में प्रश्न भी स्टैंडर्ड का पूछा गया था. ऐसे में जिस प्रकार बच्चों को नंबर आए हैं इससे उन्हें परीक्षा में धांधली सेटिंग की भनक लग रही है. बिहार पुलिस ने कोर्ट को भी इस बात के साक्ष्य दिए कि परीक्षा का पेपर लीक हुआ था और अब रिजल्ट भी स्पष्ट संकेत दे रहे हैं. वह परीक्षा रद्द करने की मांग करते हैं क्योंकि इस रिजल्ट से वह काफी तनाव में है.
टॉपर परेशान: छात्र मोहम्मद फैयाज फारूकी ने बताया कि उन्हें 646 अंक आ रहे हैं और अब तक के हिसाब से यह बहुत अच्छा नंबर है. उन्होंने जितनी मेहनत की थी दिन रात एक करके उसे अनुसार अंक आया है. लेकिन ऐसा स्थिति बन गयी है कि इस अंक का कोई वैल्यू नहीं रह गया है.
"मुझे कोई अच्छा मेडिकल कॉलेज नहीं मिल रहा है और बिहार पुलिस पेपर लीक की जो बात कह रही थी वह पूरी तरह से सही नजर आ रही है. हम परीक्षा रद्द करके दोबारा परीक्षा आयोजित करने की मांग करते हैं."- मोहम्मद फैयाज फारूकी, छात्र
'ज्यादा नंबर का कोई फायदा नहीं': छात्रा सपना कुमारी ने बताया कि यह उनका दूसरा अटेम्प्ट था और काफी मेहनत किया था. 609 अंक हासिल किया. पिछली बार सामान्य श्रेणी में 605 अंक तक सरकारी मेडिकल कॉलेज मिले थे लेकिन इस बार 650 लाने वालों को भी सरकारी मेडिकल कॉलेज नहीं मिल रहे हैं. रिजल्ट के नंबर से वह पहले खुश हुई लेकिन बाद में जब रैंक देखा तबसे काफी स्ट्रेस में है. उन्हें समझ में नहीं आ रहा की सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए और कितना मेहनत करना होगा.
"स्थिति ऐसी बन गई है कि 180 सवालों में एक भी गलत नहीं होने चाहिए यदि दिल्ली एम्स चाहिए तो, इस रिजल्ट पर भरोसा नहीं है और हमें परीक्षा की पारदर्शिता पर संदेह है. परीक्षा रद्द करके दोबारा परीक्षा पारदर्शी तरीके से आयोजित करने की मैं मांग करती हूं. रिजल्ट के बाद से मेंटल स्ट्रेस बढ़ा हुआ है."-सपना कुमारी, छात्रा