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दिल्ली: विजिलेंस विभाग ने ट्रेड एंड टैक्सेज विभाग के तीन जूनियर असिस्टेंट को निलंबित किया - Department of Trade and Taxes

Delhi Vigilance Department: रिश्वतखोरी के आरोप में विजिलेंस विभाग ने ट्रेड एंड टैक्स विभाग में कार्यरत 3 जूनियर असिस्टेंट को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Mar 8, 2024, 9:06 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली विजिलेंस विभाग ने ट्रेड एंड टैक्स विभाग में कार्यरत 3 जूनियर असिस्टेंट को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. निलंबित किए गए तीनों असिस्टेंट के खिलाफ प्रिंसिपल कमिश्नर ट्रेड एंड टैक्सेज ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए निलंबन की कार्रवाई की है. निलंबन के दौरान तीनों जूनियर असिस्टेंट का मुख्यालय दिल्ली होगा. बिना सक्षम प्राधिकारी की पूर्व अनुमति के तीनों में से कोई भी मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे.

निलंबित किए गए तीनों असिस्टेंट के नाम गिरिराज मीणा, परवीन कुमार और नीरज है. तीनों के सस्पेंशन के लिए जारी किए गए अलग-अलग आदेशों में साफ लिखा है कि सेंट्रल सिविल सर्विसेज अधिनियम 1965 की उप धारा एक के तहत प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए निलंबित किया गया है.

रिश्वतखोरी में एक पूर्व सब रजिस्ट्रार भी निलंबित:महरौली स्थित सब रजिस्ट्रार कार्यालय में भ्रष्टाचार की शिकायतों पर विजिलेंस द्वारा छापे मारे जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद गुरुवार को विशेष सर्तकता सचिव ने तत्काल प्रभाव से पूर्व सब रजिस्ट्रार सोमबीर सिंह को निलंबित कर दिया है. इनकी तैनाती वर्तमान में शिक्षा विभाग में थी. इसके साथ ही सब रजिस्ट्रार कार्यालय में फैले भ्रष्टाचार की विजिलेंस टीम द्वारा उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी गई है. सूत्रों की मानें तो जल्द इस मामले में सब रजिस्ट्रार कार्यालय में तैनात कई अन्य अधिकारियों व वसंतकुंज साउथ थाने के एसएचओ पर भी गाज गिर सकती है.

जिस फार्म हाउस की बिक्री में फर्जीवाड़ा किए जाने को लेकर मंत्रालयों व संबंधित विभागों से शिकायत की गई हैं. उसके मालिक सतीश गोगिया द्वारा उक्त फार्म हाउस को पहले तीन अन्य लोगों को बेचने के लिए सौदेबाजी कर उनसे भी करोड़ों रुपये ऐंठने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि फार्म हाउस मालिक के साथ फर्जीवाड़े में सब रजिस्ट्रार कार्यालय के पूर्व व वर्तमान अधिकारियों के अलावा वसंतकुंज थाने का एसएचओ भी शामिल था. सोमबीर सिंह पांच साल तक महरौली स्थित सब रजिस्ट्रार कार्यालय में बतौर सब रजिस्ट्रार तैनात रहे थे. आरोप है कि वर्तमान में भी सब रजिस्ट्रार कार्यालय में सक्रिय अधिकतर दलाल उन्हीं के एजेंट हैं.

शिकायत में पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि सतीश गोगिया ने लोगों को ठगने के लिए नायाब तरीका अपना रखा है. ये अपने फार्म हाउस का सौदा कर नकद रकम ऐंठने के बाद एग्रीमेंट को रद कर सारा पैसा गबन कर जाते हैं. मोटी रकम होने के कारण कोई पीड़ित इसकी शिकायत किसी एजेंसी के पास खुद फंस जाने की आशंका के कारण नहीं कर पाते हैं. तीन लोगों से सतीश गोगिया द्वारा ठगी करने की बात सामने आई है. पीड़ितों द्वारा पैसा लौटाने के लिए दबाव बनाने पर इन्होंने एग्रीमेंट को कोर्ट में ले जाने की धमकी दी, जिससे सभी ने चुप्पी साध ली. लेकिन इस महिला से ठगी करना गोगिया को भारी पड़ गया.

23 फरवरी को सेलडीड रजिस्ट्रेशन कराने के बाद विक्रेता डॉ. माेनिका गोगिया (पत्नी सतीश गोगिया) ने सब रजिस्ट्रार के पास मनगढंत शिकायत देकर कहा कि उन्हें पूरी रकम नहीं मिली है. जबकि पूरी पैमेंट लेने के बाद मोनिका खुद सेलडीड रजिस्ट्रेशन के लिए सब रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंची थी. दस्तावेज में गवाह उनका बेटा भी है. इस गोरखधंधे में वसंतकुंज थाने के एसएचओ की संलिप्तता का पता चलने पर डीसीपी दक्षिण पश्चिम जिला रोहित मीणा से शिकायत करने पर उन्होंने भी जांच के निर्देश दिए हैं.

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