नई दिल्ली:दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान हुआ. शिवाजी कॉलेज के छात्रों ने बताया कि उन्होंने अपने प्रत्याशी को इस बार कुछ अहम मुद्दों को लेकर के वोटिंग की है, जिसमें महिला सुरक्षा और कॉलेज की कैंटीन सबसे बड़ा मुद्दा है. साथ ही छात्रों को उम्मीद है कि इस बार इलेक्शन के बाद जो भी विजेता होगा, वह उनके इन सभी मुद्दों की समस्याओं का समाधान करेगा.
शिवाजी कॉलेज के छात्रों की मांगःशिवाजी कॉलेज के छात्र नेहूल बेदी ने बताया, "इस बार उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव में तीन से चार अहम मुद्दों को ध्यान में रखकर वोट किया है. इसमें विशेष मुद्दा विश्वविद्यालय फंड से जुड़ा है. नॉर्थ कैंपस के कॉलेजों को फंड ज्यादा दिया जाता है. जबकि, पश्चिमी दिल्ली के कॉलेजों में फंडिंग की कमी है. इसके चलते छात्रों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. महिला सुरक्षा का मुद्दा भी अहम है. क्योंकि कॉलेज के नजदीक राजौरी गार्डन मेट्रो स्टेशन के आसपास कई शरारती तत्व मौजूद होते हैं. शाम 7 बजे के बाद वह एरिया बिल्कुल सुनसान हो जाता है. जिस कारण वहां से गुजरने वाली छात्रा तो छोड़िए छात्र भी कतराते हैं." नेहूल ने बताया कि कॉलेज के आसपास बनी सड़कें ठीक नहीं है. विश्वविद्यालय तक पहुंचने में हमें काफी परेशानी होती है. उन्हें उम्मीद है कि जो भी कैंडिडेट चुनकर आएगा वे इन तमाम मुद्दों पर काम करेगा.
राजधानी कॉलेज के छात्रों की मुद्देःराजधानी कॉलेज में पढ़ने वाली स्नातक द्वितीय वर्ष की छात्रा लक्ष्मी ने बताया कि यहां पढ़ने वाली ज्यादातर छात्राएं राजौरी गार्डन की पिंक लाइन मेट्रो स्टेशन से अपने घर जाती हैं, लेकिन 7:00 बजे के बाद वह सड़क बिल्कुल सुनसान हो जाने के कारण डर लगता है. यह हमारे लिए बड़ा मुद्दा है. इसे देखते हुए हमने वोटिंग की है.
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के रहने वाले सुमित पांडे ने बताया कि वह शिवाजी कॉलेज में द्वितीय वर्ष के छात्र हैं. इस बार उन्होंने जिस प्रत्याशी को वोट दिया है उनसे विशेष रूप से तीन समस्याओं के समाधान की उम्मीद करते हैं. इसमें सबसे पहले वाटर कूलर, दूसरा कैंटीन में मौजूद समस्याएं और तीसरा महिला सुरक्षा है. दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में वोट डालने से वह उम्मीद करते हैं कि जिस प्रत्याशी को उन्होंने चुना है वह सच में छात्रों के लिए कम करें.