नई दिल्ली:दिल्ली पुलिस ने मानवाधिकार कार्यकर्ता नदीम खान पर वर्तमान सरकार द्वारा समुदाय विशेष के उत्पीड़न की कहानी गढ़ने का आरोप लगाया. दिल्ली पुलिस ने कहा है कि इसके लिए नदीम खान ने चुनिंदा सूचनाओं को प्रसारित किया. दिल्ली पुलिस ने नदीम के खिलाफ जारी गैर जमानती वारंट को रोकने की मांग करने वाली याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट में दाखिल जवाब में ये बातें कही. इस मामले की सुनवाई कल जस्टिस जसमीत सिंह करेंगे.
दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट में दाखिल जवाबी हलफनामे में कहा है कि नदीम ने सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश की. हाईकोर्ट ने 6 दिसंबर को दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया था. नदीम खान के खिलाफ साकेत कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया. गैर जमानती वारंट दिल्ली पुलिस की ओर से दर्ज एफआईआर के मामले में जारी किया गया है. दिल्ली पुलिस ने नदीम खान पर यूट्यूब पर वीडियो डालकर समाज में वैमनस्य फैलाने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज किया है. नदीम खान की याचिका में कहा गया है कि साकेत कोर्ट की ओर से जल्दबाजी में गैर जमानती वारंट जारी किया गया है, जबकि उनकी ओर से कोई गलती नहीं की गई है.
बता दें कि नदीम खान की दिल्ली हाईकोर्ट में ये दूसरी याचिका है. पहली याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने 3 दिसंबर को नदीम खान की गिरफ्तारी से अगले आदेश तक सुरक्षा देने का आदेश दिया था. साथ ही कोर्ट ने नदीम को जांच अधिकारी की अनुमति के बिना देश छोड़कर जाने से मना किया था.