नई दिल्ली:दिल्ली सरकार की तरफ से बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिए विभिन्न इलाकों में 14 स्कूल बनाए जा रहे हैं. साथ ही ऐसे स्कूल जहां पर क्लासरूम की कमी थी वहां पर क्लासरूम बनाए जा रहे हैं. दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार दिल्ली के बच्चों के बेहतर शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए लगातार काम करती रहेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की केंद्र सरकार अरविंद केजरीवाल की तरह अच्छी शिक्षा व अन्य डेवलपमेंट के लिए काम नहीं कर सकती. अरविंद केजरीवाल को बेहतर कार्य करने से रोकने के लिए उन्हें जेल में डाल दिया है.
आतिशी ने गुरुवार को ऑनलाइन प्रेस वार्ता कर कहा कि दिल्ली सरकार बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए अपने कुल बजट का 25 प्रतिशत हिस्सा शिक्षा पर खर्च करती है. जब एक क्लास रूम में डेढ़ सौ बच्चे खचाखच भरकर पढ़ाई करेंगे तो एक शिक्षक उन्हें बेहतर शिक्षा कैसे दे सकता है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह ठान लिया था कि दिल्ली के गरीब और अमीर हर बच्चे को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा सरकारी स्कूलों में देंगे. इसके लिए अरविंद केजरीवाल ने 2015 से कवायद शुरू कर दी थी और दिल्ली के सरकारी स्कूलों में वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने का काम किया.
2015 से अब तक 22,500 कमारे बनाए:2015 में दिल्ली की सरकारी स्कूलों में मात्र 24000 कमरे थे. यानी देश की आजादी के बाद दिल्ली में जितनी सरकारी आई उन्होंने सिर्फ 24000 कमरा ही बनाएं. वहीं, दूसरी तरफ वर्ष 2015 से 2024 के बीच अकेले आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 22500 कमरे बनाएं. न सिर्फ कमरे बनाए बल्कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शब्द क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलप किया. आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों की इमारतें प्राइवेट स्कूलों से अच्छी हैं. स्कूलों में स्मार्ट बोर्ड, अत्यधिक लैब लाइब्रेरी मल्टीपरपज हॉल स्पोर्ट फैसेलिटीज आदि हैं. दिल्ली किस सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे प्राइवेट स्कूल से अच्छे इंफ्रास्ट्रक्चर की सुविधा का रहे हैं.