नई दिल्ली:दिल्ली विधानसभा का दो दिवसीय सत्र शुक्रवार को समाप्त हो गया. इस विशेष सत्र में दोनों ही दिन नई मुख्यमंत्री आतिशी, पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत सभी मंत्री शामिल हुए. इस दौरान इन्होंने अपनी बात सदन में रखी. हालांकि, विधानसभा के इस सत्र में कैग (CAG) रिपोर्ट सदन पटल पर पेश करने के संबंध में उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने अध्यक्ष और मुख्यमंत्री को संज्ञान में लाने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन सरकार ने कैग की रिपोर्ट टेबल नहीं की.
विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले विपक्ष भी लगातार सरकार से कैग की लंबित 12 रिपोर्ट सदन की पटल पर पेश करने की मांग कर रहा था, ऐसे में सरकार ने चुनावी वर्ष में भी रिपोर्ट पेश नहीं की. उपराज्यपाल ने भी एक महीने पहले विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल को खासतौर से इस संबंध में पत्र लिखा था. सत्र शुरू होने से एक दिन पहले भी उपराज्यपाल सचिवालय से एक पत्र सरकार के मुख्य सचिव व वित्त सचिव को भेजा गया था कि वे कैग रिपोर्ट पेश करने के संबंध में मुख्यमंत्री को संज्ञान में लाएं. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. विधानसभा सत्र में दिल्ली की कानून व्यवस्था, डेयरियों के विस्थापन, केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग आदि मुद्दों पर चर्चा हुई. कैग की लंबित रिपोर्ट पर कोई बात नहीं हुई.
आम आदमी पार्टी बनी 'भ्रष्ट पार्टी': इस संबंध में ETV Bharat से बातचीत में बीजेपी विधायक अजय महावर ने कहा कि कैग रिपोर्ट में आम आदमी पार्टी सरकार के घोटालों की पोल खुलती, भ्र्ष्टाचार की आकंठ में डूबी सरकार के कारनामें दिल्ली की दो करोड़ जनता को पता चल जाता. इसलिए यह सरकार वर्षों से कैग की रिपोर्ट विधानसभा में पेश नहीं कर रही है. आम आदमी पार्टी की सरकार अब 'भ्रष्ट पार्टी' की सरकार बन चुकी है.