बाड़मेर जेल में बंदी जयसिंह की मौत (वीडियो : ईटीवी भारत) बाड़मेर.जिला कारागृह में बंदी जयसिंह की तबीयत बिगड़ने से मौत के मामले में बाड़मेर पुलिस लाइन में प्रतिनिधि मंडल की संभागीय आयुक्त और जोधपुर रेंज आईजी के साथ चली 4 घंटों की लंबी वार्ता के बाद आखिरकार गतिरोध टूटा और वार्ता सफल रही. मामले में गुरुवार देर रात को जेलर को सस्पेंड और जेल डिस्पेंसरी के डॉक्टर को एपीओ किए जाने के बाद आखिरकार सहमति बनी. सहमति के बाद परिजनों का 40 घंटों से जारी धरना प्रदर्शन अब समाप्त हो गया है.
दरअसल बाड़मेर जिला कारागृह में हत्या के मामले में बंद 25 वर्षीय बंदी जय सिंह की बुधवार सुबह तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई थी. जिसके बाद मृतक के परिजनों और समाज के लोगों ने जेल प्रशासन पर समय पर इलाज नहीं करवाने सहित लापरवाही के आरोप लगाते हुए जिला कारागृह के आगे धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था. शिव से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी भी दो दिन तक धरने पर डटे रहे.
भाजपा विधायक और नेता कलेक्टर-एसपी से मिले : इस दौरान धरने पर बैठे लोगों और पुलिस प्रशासन के बीच कई दौर की वार्ता हुई लेकिन सफल नहीं हो पाई. इस बीच इस मामले को लेकर गुरुवार शाम को भाजपा विधायक हमीरसिंह भायल, आदूराम मेघवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष स्वरूपसिंह खारा सहित कई नेताओं ने जिला कलेक्टर निशांत जैन और पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीना से मुलाकात की.
संभागीय आयुक्त और जोधपुर रेंज आईजी पहुंचे : देर शाम को इस मामले को लेकर संभागीय आयुक्त और जोधपुर रेंज आईजी भी बाड़मेर पहुंचे. सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल, चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल, शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी और स्वरूपसिंह सहित प्रतिनिधिमंडल की संभागीय आयुक्त और जोधपुर रेंज आईजी, जिला कलेक्टर व एसपी के साथ गुरुवार रात को पुलिस लाइन में वार्ता हुई. 4 घंटे की लंबी वार्ता के बाद आखिरकार इस मामले में सहमति बन पाई.
दोषी को बख्शा नहीं जाएगा :सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल ने कहा कि इस मामले में जायज मांग थी. सीएम ने इस मामले में लापरवाह अधिकारी पर कार्रवाई की है. जिसकी गलती होगी उसे बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि जेलर ने बंदी पर ध्यान नहीं दिया. लापरवाही की वजह से एक बंदी की मौत हुई है. भायल ने कहा कि सरकार संवेदनशीलता दिखाते हुए जेलर को सस्पेंड और डॉक्टर को एपीओ करेगी.
जेलर सस्पेंड ओर चिकित्सक एपीओ : शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने बताया कि 40 घंटें पहले जयसिंह की जेल प्रशासन की वजह से मौत हुई है. इस मामले में न्याय के लिए धरने पर बैठे. उन्होंने बताया कि इस मामले में जेलर को सस्पेंड और जेल डिस्पेंसरी के डॉक्टर को एपीओ करने की बात पर सहमति बनी है. न्यायिक जांच चल रही है. जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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यह है मामला :चौहटन थाने में दर्ज हत्या के मामले में जयसिंह 23 जून 2023 से जिला कारागृह में न्यायिक अभिरक्षा में कैद था. वह 4-5 दिनों से बीमार चल रहा था. बुधवार सुबह बंदी जयसिंह की मौत हो गई. जिसके बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया. वहीं पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी जिला कारागृह पहुंचे. जिला कारागृह प्रशासन का कहना है कि कैदी को चिकन पॉक्स हुआ था. वहीं, परिजनों ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाया है कि जयसिंह पिछले कई दिनों से बीमार था, लेकिन जेल प्रशासन ने उसका समय पर इलाज नहीं करवाया, जिसके कारण उसकी मौत हुई है. लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मृतक के परिजन, समाज के लोग और शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी जिला कारागृह के आगे धरने पर बैठ गए थे.
बंदी की मौत के बाद हरकत में आए जिम्मेदार : जिला कारागृह में बुधवार को चिकन पॉक्स बीमारी से ग्रसित बंदी जय सिंह की मौत के बाद जिम्मेदार अधिकारी हरकत में आए और जिला कारागृह में बंद अन्य 13 बंदियों का उपचार शुरू करवाया. जो चिकन पॉक्स सहित कई अन्य बीमारियों से ग्रसित है, उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.