संभल : नखास थाना इलाके के रायसत्ती पुलिस चौकी में हिरासत में लिए गए इरफान की मौत हो गई. इसके बाद गुस्साए परिजनों ने पुलिस चौकी में हंगामा काट दिया. सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पुलिस चौकी को घेर लिया. शख्स की मौत पर परिजनों ने पुलिस पर टॉर्चर करने का आरोप लगाया. मामला बिगड़ता देख दो थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई. अधिकारियों ने गुस्साए लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया, तब कहीं जाकर शव पीएम को भेजा गया. घटना के बाद SP ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. एसपी ने टार्चर के आरोपों को सिरे से खारिज किया है.
बताते हैं कि सोमवार को परियों वाला मंदिर के पास रहने वाले इरफान को पुलिस पैसे के लेनदेन को लेकर पूछताछ के लिए ले आई थी. इसी दौरान इरफान की तबीयत बिगड़ गई. कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई. सूचना पर वहां लोगों की भीड़ लग गई. सैकड़ों की संख्या में लोग इकट्ठा हो गए. लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. इस दौरान पुलिस के हाथ-पैर फूल गए. मौके पर नखासा और असमोली थाना प्रभारी के अलावा असमोली CO कुलदीप सिंह और ASP श्रीश चंद्र पहुंच गए. किसी तरह से लोगों को समझाया गया. भीड़ बढ़ती देख RAF और RRF और को भी बुला लिया गया. यहां परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस के टॉर्चर के चलते इरफान की मौत हुई है.
इस मामले में मृतक की पत्नी रेशमा ने बताया कि 5 पुलिसवाले उसके पति को पकड़ कर ले आए थे. उसके पति बीमार थे, उनका मुरादाबाद में नाक की हड्डी का ऑपरेशन हुआ था. आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें दवा भी नहीं खाने दी बल्कि पकड़ कर ले आए. रेशमा ने बताया कि उसके 5 बच्चे हैं. अब सभी यतीम हो गए हैं. उसकी शादी को 22 साल हो गए थे. बताया कि इनकी ताई का कोई मामला था. इन्हें घर का बड़ा बनाकर इनके हाथ से पैसे दिलवा दिए थे. उनके लड़के ने बेइमानी कर ली. अब पुलिस आई कि तुमने ही पैसे दिलवाए हैं. तुम ही वापस दिलवाओ. मृतक के पुत्र आफरान रजा ने बताया कि यह लोग जबरदस्ती पापा को घर से पकड़ कर लाए थे. दवा भी नहीं खाने दी.