शिमला: हिमाचल का एक और बेटा देशसेवा के लिए शहीद हो गया. जिला कांगड़ा के राकेश राणा गुजरात के पोरबंदर में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान शहीद हो गए. वो पिछले 40 दिनों से लापता चल रहे थे, लेकिन बीते कल अरब सागर में उनका शव बरामद हुआ है.
राकेश कुमार राणा कांगड़ा के चढियार के पास बरवाल खड्ड के रहने वाले हैं. राकेश के आकस्मिक निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है. राकेश कुमार राणा भारतीय तटरक्षक बल में बतौर पायलट तैनात थे. बीती 2 सितंबर को गुजरात में भारी बारिश हुई थी. इसी बीच राकेश गुजरात में रेस्क्यू समेत राहत कार्यों में लगे हुए थे. इसी बीच उनका ALH MK-3 हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया. हादसे के बाद जहाज में सवार लोगों की तलाश शुरू की गई.
दुर्घटना के समय हेलीकॉप्टर में राकेश कुमार राणा समेत चार लोग सवार थे. भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना ने लापता लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चालाया था. इस दौरान बचाव दल ने क्रू मेंबर के एक सदस्य को बचा लिया था, जबकि दो अन्यों सदस्यों कमांडर विपिन बाबू और सीनियर सेलर करण सिंह के शव हादसे के तुरंत बाद ही बरामद कर लिए, लेकिन पायलट राकेश का कोई पता नहीं चल पाया था, उनकी तलाश के लिए लगातार दिन रात दिन सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था. अब पूरे 40 दिन बाद 10 अक्टूबर को राकेश राणा का शव अरब सागर से बरामद कर लिया गया है, राकेश राणा का शव गुजरात के पोरबंदर से लगभग 55 किलोमीटर दूर मिले थे. गुजरात में सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई.
वहीं, सीएम सुक्खू ने भी उनके निधन पर शोक प्रकट किया है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा,'कांगड़ा जिले के बरवाल खड्ड गांव निवासी भारतीय तटरक्षक बल में तैनात पायलट कमांडेंट राजेश कुमार के शव को अरब सागर में रिकवर किया गया है. कुछ दिन पहले हेलीकॉप्टर क्रैश में वे शहीद हो गए थे. राष्ट्र की सेवा में उनके अद्वितीय योगदान को सदैव गर्व के साथ स्मरण किया जाएगा. ईश्वर से प्रार्थना है कि वह दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिवार को इस असहनीय दुःख को सहन करने की असीम शक्ति दें.'
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