चंडीगढ़: भारत सरकार के वित्त मंत्रालय ने 30 अप्रैल 2024 को फिनटेक एवं लॉ इन्फोर्समेंट एजेंसियों के साथ विज्ञान भवन, नई दिल्ली में बैठक का आयोजन किया. जिसमें हरियाणा पुलिस ने साइबर अपराध रोकने को लेकर अपनाई गई बेस्ट प्रैक्टिसेज को अन्य राज्यों के साथ साझा किया. इस बैठक में फिनटैक कंपनियों जैसे-गुगल-पे, फोन-पे, पे-टीएम और एमेजोन समेत इस क्षेत्र से जुड़ी 60 अन्य कंपनियां शामिल थी.
साइबर सुरक्षा में हरियाणा पुलिस नंबर वन: बैठक में बताया गया कि हरियाणा पुलिस ने साइबर सुरक्षा संबंधी मामलों में प्रभावी कार्य करते हुए नवंबर 2021 से अब तक कुल 103 करोड़ रुपये की धनराशि बचाने में सफलता हासिल की है. जबकि पिछले 6 महीने, 1 सितंबर 2023 से 30 अप्रैल 2024 तक साइबर ठगों से 73 करोड़ रुपये की धनराशि को बचाया है. इस उपलब्धि के लिए हरियाणा पुलिस को पूरे देश में साइबर सुरक्षा के लिए पहला स्थान मिला है.
कमियों को दूर कर समस्या का बारीकी से अध्ययन: हरियाणा पुलिस के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने बताया कि मौजूदा व्यवस्था में कमियों को दूर कर साइबर टीम के साथ बारीकी से अध्ययन किया. फिर साइबर हेल्पलाइन नंबर पर तैनात कर्मियों की संख्या को दोगुना करते हुए 70 किया गया. इन पुलिसकर्मियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण देकर इनकी अलग-2 शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई.
बैंकों का लिया सहयोग: साइबर सुरक्षा संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिए हरियाणा पुलिस ने बैंक प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर कार्य योजना तैयार की. बताया कि एचडीएफसी बैंक द्वारा हरियाणा पुलिस के साथ पायलट तौर पर काम किया गया, इससे सकारात्मक परिणाम मिले. डीजीपी शत्रुजीत कपूर के नेतृत्व में हरियाणा पुलिस टीम के साथ वर्तमान में 8 बड़े बैंकों के 13 नोडल अधिकारी काम कर रहे हैं.
इसके चलते फंड ब्लॉकिंग की दर जो सितंबर 2023 में मात्र 8 प्रतिशत थी, वो मार्च 2024 में बढ़कर 27 प्रतिशत तक पहुंच गई है. इंडियन साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर (आई4सी) के अनुसार देशभर में ये प्रतिशत दर सबसे अधिक है. इसी प्रकार, आई4सी में हरियाणा पुलिस के 4 अधिकारी तैनात किए गए, जो देशभर के 20 बड़े बैंकों के साथ मिलकर साइबर फ्रॉड रोकने को एक मंच पर कार्यरत हैं.
साइबर अपराधी इन राज्यों में सक्रिय: साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर हरियाणा पुलिस द्वारा देश भर के राज्यों जैसे- बिहार, राजस्थान, झारखंड आदि ऐसे 50 स्थानों को सूचीबद्ध किया गया, जहां साइबर फ्रॉड संबंधी अधिक अपराधी फोन पर सक्रिय हैं. हरियाणा पुलिस द्वारा ऐसे क्षेत्रों की मॉनीटरिंग कर साइबर टीम द्वारा रेड कर अपराधियों को पकड़ा जा रहा है. इसी कड़ी में हरियाणा पुलिस द्वारा अप्रैल में ऑपरेशन साइबर आक्रमण चलाकर प्रतिबिंब पोर्टल के माध्यम से 137 साइबर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. डीजीपी ने बताया कि 1 जनवरी 2023 से अप्रैल 2024 तक हरियाणा पुलिस द्वारा साइबर अपराध संबंधी 3810 मामले दर्ज कर 2638 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
नूंह में फर्जी मोबाइल नंबर बंद कराए: हरियाणा पुलिस ने अस्त्र सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हुए फेशियल रिकॉग्निशन तकनीक के माध्यम से फर्जी तरीके से लोगों के पहचान पत्र का दुरुपयोग कर साइबर अपराध में संलिप्त मोबाइल नंबर बंद करवाने की पहल की. दूरसंचार विभाग के सहयोग से हरियाणा के जिला नूंह में ऐसे 496000 मोबाइल नंबर बंद कराए गए. इसके अलावा नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल का इस्तेमाल कर पिछले 1 साल में साइबर अपराध में संलिप्त 72935 मोबाइल नंबर बंद और साइबर अपराधियों के 210000 बैंक खाते फ्रीज करवाए गए.
हरियाणा में 29 साइबर थाने: हरियाणा पुलिस द्वारा प्रदेश में 29 साइबर पुलिस थाने खोलते हुए 4989 पुलिस अधिकारियों को साइबर अपराध पड़ताल और साइबर फॉरेंसिक संबंधी प्रशिक्षित किया गया. डीजीपी ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि यदि वे साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाएं तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर-1930 पर संपर्क करें. इससे शुरुआती गोल्डन एक घंटे में फ्रॉड की गई धनराशि को फ्रीज करने की संभावना अधिक होती है.
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