धमतरी : धमतरी के ग्राम पंचायत तुमराबहार पंचायत में मनरेगा के तहत तालाब निर्माण का काम किया जाना है.लेकिन तालाब निर्माण के नाम पर हरे भरे 30 से ज्यादा पेड़ों पेड़ों की बलि दे दी गई.हैरानी की बात ये है कि इसका जिम्मेदार कौन है,खुद वन विभाग नहीं जानता.लिहाजा जांच के लिए समिति बना दी गई है.
कहां दी गई पेड़ों की बलि ? :धमतरी जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर तुमराबहार पंचायत के आश्रित ग्राम विश्रामपुर में पंचायत ने 32 पेड़ों को बिना अनुमति के कटवा दिया. गांव में मनरेगा के तहत तालाब निर्माण की स्वीकृति मिली है. जहां तालाब बनना है वहां साजा, महुआ और कई इमारती प्रजाति के पेड़ बड़ी संख्या में है. नियम कहता है कि यदि किसी बड़े पेड़ को काटना है तो विधिवत एसडीएम से अनुमति लेनी जरुरी है.लेकिन पंचायत ने बिना अनुमति 32 पेड़ों की बलि दे दी. इसकी खबर जब वनविभाग को लगी तो तुरंत पेड़ों को कटवाने का काम रुकवाया गया.
सरपंच को नहीं पता :धमतरी जनपद सीईओ ने इस मामले की जांच शुरू करवाई है. आपको बता दें कि तालाब निर्माण और अवैध कटाई के बारे में पंचायत सचिव ने महिला सरपंच को भी अंधेरे में रखा. पंचायत के सरपंच को इसकी कोई भी जानकारी नही दी. इस मामले में सरपंच धान बाई का कहना है कि उसे पंचायत ने किसी प्रकार की कोई जानकारी नही दी.
''पेड़ काटने की जानकारी नही है. विश्रामपुर के जंगलों में ज्यादातर सागौन, साल, महुवा, साजा, बीजा जैसे बहुत से पेड़ है. पेड़ काटना अपराध है.''- धनबाई,सरपंच