कानपुर: छत्रपति शाहू जी महाराज विवि में सोशल साइंस विभाग में संचालित ऐसा पाठ्यक्रम जिनमें छात्र संख्या पांच से कम है उन्हें अब बंद किया जाएगा. विवि की ओर से हुई शैक्षणिक परिषद की बैठक में यह फैसला कुलपति प्रो.विनय पाठक ने सभी सदस्यों के साथ लिया है. वहीं, विवि के मैकेनिकल इंजी.विभाग में पहली बार पीएचडी करने की छात्रों को सुविधा मुहैया कराई जाएगी.
सीएसजेएमयू में शैक्षणिक परिषद की बैठक के दौरान मौजूद कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक, प्रतिकुलपति प्रोफेसर सुधीर अवस्थी व कुलसचिव डॉ अनिल यादव. (photo credit: csjmu) नवाचार को भी बढ़ावा मिलेगाः नवाचार को बढ़ावा मिल सके इसके लिए अब सभी विभागों को अपने प्रॉफिट का एक प्रतिशत हिस्सा इनोवेशन सेल के बजट में शामिल कराना होगा. इस राशि से शोधार्थी जहां नए उत्पाद बनाएंगे, वहीं वह स्टार्टअप की दिशा में भी छात्र आगे बढ़ सकेंगे. विवि के छात्र अब एक साथ दो डिग्री प्रोग्रामों की पढ़ाई भी कर सकेंगे. इसमें एक प्रोग्राम की पढ़ाई ऑफलाइन और एक प्रोग्राम की पढ़ाई ऑनलाइन करने का मौका मिलेगा. विवि के कुलपति प्रो.विनय पाठक ने बताय कि परिषद की बैठक में उक्त फैसलों के साथ ही विवि में 28 सितंबर को होने वाले दीक्षांत समारोह की तैयारियों पर भी मंथन किया गया.
बीसीए व बीएएलएलबी के मेधावी को कुलपति कांस्य: सीएसजेएमयू में 28 सितंबर को होने वाले दीक्षांत समारोह में बीसीए व बीएएलएलबी के मेधावी को कुलपति कांस्य पदक दिया जाएगा. ऐसे मेधावी का नाम सूची में शामिल कराने के लिए विवि के कुलपति प्रो.विनय पाठक ने निर्देश दिए हैं. प्रो.पाठक ने बताया, कि जल्द ही पदक हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं की सूची विवि की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी जिसमें छात्रों को आपत्ति का मौका भी दिया जाएगा.
प्रैक्टिकल या वायवा छूटने पर मौका जल्द: विवि के प्रशासनिक अफसरों ने बताया कि स्नातक और परास्नातक के वार्षिक परीक्षा सहित कई कोर्सों में छूटे हुए प्रैक्टिकल व वायवा को भी जल्द से जल्द कराया जाएगा. छात्र परीक्षाओं की जानकारी अपने कॉलेज से कर सकते हैं.
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